धालभूमगढ़. धालभूमगढ़ प्रखंड के बेहड़ा लैंपस से 1687.92 क्विंटल धान के उठाव का आरओ (रिलीज ऑर्डर) मिलने के बावजूद लैंपस की ओर से राइस मिलर को धान देने में आना-कानी की जा रही है. इस संबंध में धालभूमगढ़ स्थित श्री गणेश राइस मिल के मालिक जयप्रकाश अग्रवाल व विकास अग्रवाल ने उपायुक्त, जिला आपूर्ति पदाधिकारी और जिला सहकारिता पदाधिकारी को पत्र लिखकर जानकारी दी है.
मिल मालिक ने कहा कि धान उठाव के लिए भेजी गयी गाड़ी को कई बार लौटा दिया गया. इस संबंध में लैंपस मैनेजर व कंप्यूटर ऑपरेटर संतोषजनक जवाब नहीं दे रहे हैं. वे मानसिक रूप से परेशान हैं. उनकी मोटी रकम फंसी हुई है. बार-बार मजदूर व ट्रक ले जाने का खर्च उठाना पड़ रहा है. उन्होंने इस मामले में यथाशीघ्र कार्रवाई करते हुए चार आरओ की बाबत धान की आपूर्ति की मांग की है.जयप्रकाश अग्रवाल ने कहा कि उन्हें विभाग से 9 अप्रैल 2025 को 421.58 क्विंटल, 11 अप्रैल 2025 को 422.31 क्विंटल, 13 अप्रैल 2025 को 421.80 व 422.16 क्विंटल धान की आपूर्ति के लिए आरओ दिया गया है.
कंप्यूटर ऑपरेटर पर मनमानी का आरोप
उन्होंने कंप्यूटर ऑपरेटर निशिथ कुमार विषई पर आरोप लगाया कि वे धान का ऑनलाइन एक्सेप्ट का दबाव बना रहे हैं. मिल मालिक का कहना है कि धान मिल में आया ही नहीं, तो वे एक्सेप्ट कैसे कर सकते हैं. इस बारे में प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी जितेंद्र कुमार भगत ने शुक्रवार को धालभूमगढ़ पहुंचकर मामले की जानकारी ली.गलत आरोप लगा रहे मिल मालिक : कंप्यूटर ऑपरेटर
कंप्यूटर ऑपरेटर निशिथ कुमार का कहना है कि लैंपस सचिव दुलाल मांडी की तबीयत खराब है. उनके घर में शादी समारोह होने के कारण कुछ दिन की मोहलत देने के लिए कह रहे हैं. सचिव के स्वस्थ होने के बाद धान की आपूर्ति कर दी जाएगी. इस मामले में मिल मालिक मुझ पर गलत आरोप लगा रहे हैं.दोनों पक्ष से बात कर रहे हैं : बीसीओ
प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी (बीसीओ) जितेंद्र कुमार भगत ने बताया कि शुक्रवार को यह मामला मेरे संज्ञान में आया है. मैं मालिक व लैंपस प्रबंधन से बात कर रहा हूं. मिल मलिक को चार आरओ विभाग से प्राप्त हुआ है. इस बारे में पूरी जानकारी लेने के बाद विस्तार से जानकारी दे पाएंगे.
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