गालूडीह . घाटशिला प्रखंड की बड़ाकुर्शी पंचायत स्थित घुटिया सबर बस्ती व दारीसाई सबर बस्ती के 23 सबर बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र नहीं है. उक्त बच्चे अपने घर में कोरोना काल में जन्मे थे. इसके कारण जन्म का कागजात नहीं है. जन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिए माता- पिता पंचायतों का चक्कर काट रहे हैं. जन्म प्रमाण पत्र नहीं रहने के कारण आधार कार्ड नहीं बन पा रहा है. घुटिया सबर बस्ती के 11 सबर बच्चे सरकारी योजनाओं से वंचित हैं. स्कूल में सुविधा नहीं मिल रही है. सभी बच्चे घुटिया सबर बस्ती प्राथमिक विद्यालय में पढ़ते हैं.
स्कॉलरशिप के लिए आधार अनिवार्य:
शिक्षक तड़ित महतो ने बताया कि विद्यालय में नामांकित 11 सबर बच्चों का आधार कार्ड नहीं है. पहली कक्षा में सेबू सबर, मिली सबर, माणिक सबर, बेबी सबर, दूसरी कक्षा में उसना सबर, जय जयंत सबर, दीपक सबर, चांदमनी सबर और तीसरी कक्षा मंजरी सबर, किरण सबर, चुमकी सबर के पास आधार कार्ड नहीं हैं. उन्होंने बताया कि स्कॉलरशिप के लिए आधार कार्ड अनिवार्य है.दारीसाई सबर बस्ती के बच्चे भी योजनाओं से दूर
बड़ाकुर्शी पंचायत की दारीसाई सबर बस्ती निवासी बुद्धेश्वर सबर ने बताया कि कई बच्चों का जन्म कोरोना काल के समय हुआ है. बस्ती के ज्यादातर बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र नहीं है. इसके कारण आधार कार्ड नहीं बन पा रहा है. बस्ती के चेड़े सबर (25), चांदमनी सबर (9), छाबी सबर (20), माणिक सबर (5), प्रकाश सबर (4), अष्टमी सबर (2), मंजरी सबर (20), संदीप सबर (5), दुखनी सबर (22), लालटू सबर (25), सुइटी सबर (2), गुलापी सबर (2) आधार कार्ड से वंचित हैं. इससे सरकारी लाभ से सबर बच्चे वंचित हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

