घाटशिला : मऊभंडार आइसीसी वर्कर्स यूनियन कार्यालय में बुधवार की रात में संयुक्त ट्रेड यूनियन और राजनीतिक दलों की संयुक्त बैठक रामजीत मार्डी की अध्यक्षता में हुई. बैठक में ट्रेड यूनियनों और राजनीतिक दलों के नेताओं ने कहा कि विधायक रामदास सोरेन का आंदोलन सही है, मगर तरीका गलत है.
झाविमो अनुसूचित जनजाति के केंद्रीय उपाध्यक्ष रामदास हांसदा ने कहा कि धालभूमगढ़ स्लीपर फैक्टरी की तरह विधायक रामदास सोरेन मऊभंडार आइसीसी कारखाना को बंद करने की साजिश कर रहे हैं. भाकपा के भुवनेश्वर तिवारी ने कहा कि विधायक का मजदूरों की हक के साथ स्वार्थ जुड़ा है. झाविमो जिला महासचिव मनोज प्रताप सिंह ने कहा कि आइसीसी के अलावा जादूगोड़ा की यूसिल में मजदूरों की यही स्थिति है.
विधायक ने वहां पर आर्थिक नाकेबंदी क्यों नहीं कर रहे हैं. भाजपा के ग्रामीण जिलाध्यक्ष दिनेश साव ने कहा कि आइसीसी के मुद्दे पर विधायक का आंदोलन सही है, लेकिन तरीका गलत है. उन्हें संवैधानिक ढंग से आंदोलन करना चाहिए. आइसीसी वर्कर्स यूनियन के महासचिव ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि आर्थिक नाकेबंदी का मतलब है. प्रोडक्शन का एक्सपोर्ट और इंपोट नहीं होना. कंपनी को बंद करने, सुरक्षा कर्मियों के साथ गाली गलौज कर भगाना गलत है.
उन्होंने कहा कि आइसीसी में अस्थायी मजदूरों की स्थायी बहाली के लिए लोक सभा का घेराव किया था. उन्होंने कहा कि इस मसले पर ट्रेड यूनियनें आये दिन आंदोलन करती हैं. बैठक में उमेश सिंह, सुरेश रवानी, संजय तिवारी, काल्टू चक्रवर्ती, सुभाष चंद्र मुमरू, संजीव सिंह तोमर, लक्की सिंह, धनंजय माझी, अमर माझी, मुनीब शर्मा, संतोष दास, बीएन सिंहदेव शामिल थे. बैठक के बाद एक प्रतिनिधि मंडल आर्थिक नाकेबंदी की समाप्ति के लिए प्रभारी एसडीओ से मिला और उन्हें ज्ञापन सौंपा.