घाटशिला. घाटशिला प्रखंड में मनरेगा योजना के कार्यों में लगे मजदूरों और वेंडरों के भुगतान में देरी से विकास प्रभावित है. प्रखंड में मजदूरों और वेंडरों के भुगतान के मद में करीब 2 करोड़ 80 लाख रुपये बकाया है. इसके कारण मजदूरों के साथ-साथ वेंडर भी परेशान हैं. मजदूरों का कहना है कि पंचायत से प्रखंड कार्यालय तक चक्कर काट रहे हैं, लेकिन कहीं से संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा है. मेट मुखिया के पास भेजता है, मुखिया रोजगार सेवक के पास और रोजगार सेवक प्रखंड कार्यालय जाने की सलाह देता है.
प्रखंड मुख्यालय भी स्पष्ट जानकारी नहीं दे रहा हैअप्रैल से मजदूरी बकाया :
वर्ष 2024-25 में 13 लाख 42 हजार रुपये का भुगतान अब तक नहीं हुआ है, जबकि 2025-26 की योजना के तहत अब तक एक करोड़ रुपये से अधिक राशि का भुगतान हुआ है. मार्च से जून 2025 तक के कार्यों में लगभग 1 करोड़ 51 लाख रुपये लंबित है. घाटशिला प्रखंड में रोजाना 2200 से 2500 मजदूर मनरेगा के विभिन्न कार्यों में जुटे हैं. समय पर मजदूरी नहीं मिलने से कामकाज प्रभावित हो रहा है.
नौ जून को डीसी से करेंगे बात :
सांसद विद्युत वरण महतो ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में दौरे के दौरान मजदूरों ने बकाया मजदूरी की शिकायत की है. 9 जून को पूर्वी सिंहभूम के नये उपायुक्त से इस विषय में बात करेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है