गालूडीह.
सुवर्णरेखा परियोजना के गालूडीह बराज में 18 में से 16 गेट खुले हुए हैं. एक गेट पहले से खराब है. सिर्फ एक गेट बंद है. बराज से शुक्रवार की दोपहर तक प्रति सेकेंड नदी की पूर्व दिशा में 7500 क्यूमेक पानी जा रहा था. इसकी जानकारी गालूडीह बराज डिवीजन के सहायक अभियंता सुभांशु मिश्रा ने दी. उन्होंने बताया कि बीती रात नदी के जल स्तर बढ़ने से रात में कई घंटे तक 7800 क्यूमेक प्रति सेंकेंड पानी नदी में डैम से छोड़ा जा रहा था. सुबह तक यही रफ्तार रही. बाद में 300 क्यूमेक घटाया गया. हालांकि, डैम से पानी छोड़ने के पहले लगातार सायरन बजा कर तटवर्ती लोगों को अलर्ट किया जा रहा है. खासकर मछुआरों को, जो नदी के किनारे जाल लेकर मछली पकड़ रहे हैं. सभी को नदी में जाने से रोका गया है. पुलिस-प्रशासन लगातार बराज की सुरक्षा पर नजर बनाये हैं. होम गार्ड के जवानों को अलर्ट रखा गया है. रात में लाइट की समुचित व्यवस्था की गयी है.बराज में पानी का स्तर 91 मीटर आरएल
गालूडीह बराज में शुक्रवार की दोपहर तक 91 मीटर आरएल पानी का स्तर था. गुरुवार की रात 92 मीटर तक पहुंच गया था. अभियंताओं ने बताया कि चांडिल डैम और गाजिया बराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. इससे गालूडीह बराज के 16 गेट खोले गये हैं.मछलियां पकड़ रहे मछुआरे
बराज के सभी गेट खोलने और नदी के उफनाने से मछलियों की खूब आमदनी हो रही है. बराज के पास मछुआरे मछली पकड़ कर कम कीमत पर बेच रहे हैं. शुक्रवार से बारिश थमने से लोगों ने राहत महसूस किया है.
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