गालूडीह : गालूडीह थाना क्षेत्र के छोलागोड़ा (सिताडांगा) निवासी सुखलाल मांझी की आठ माह की गर्भवती पत्नी गंगा मांझी (22) की मंगलवार सुबह मौत हो गयी. गर्भवती के पेट में जुड़वां बच्चा पल रहा था. एक साथ तीन जानें चली गयीं. परिजन गर्भवती को लेकर 15 किमी दूर घाटशिला अनुमंडल अस्पताल पहुंचे. डॉ एसके झा ने जांच के बाद महिला को मृत घोषित कर दिया. चिकित्सक ने बताया, पोस्टमार्टम से मौत के कारणों का पता चल पायेगा.
सूचना पाकर गालूडीह पुलिस अनुमंडल अस्पताल पहुंची. पुलिस ने गर्भवती के शव को पोस्टमार्टम कराने की बात कही, तो परिजन और ग्रामीणों ने विरोध किया. परिजनों की सूचना पर जिप सदस्य देवयानी मुर्मू, कांग्रेस नेता काल्टू चक्रवर्ती, दुर्गाचरण मुर्मू आदि अस्पताल पहुंचे और सिविल सर्जन और घाटशिला के एसडीपीओ रणवीर सिंह से दूरभाष पर बात कर कहा कि कोई घटना या हादसे में गर्भवती की मौत नहीं हुई है. उसके ससुराल और मायके पक्ष को कोई आपत्ति नहीं है, फिर क्यों पोस्टमार्टम करायेंगे?
इसके बाद चिकित्सा प्रभारी डॉ शंकर टुडू ने मृतक गर्भवती के पेट से जुड़वां बच्चे को बाहर निकाला और फिर शव परिजनों को सौंप दिया गया. गांव की स्वास्थ्य सहिया शिवानी महतो ने बताया, गर्भवती गंगा मांझी की तबीयत रात में अचानक बिगड़ गयी थी. रात होने की वजह से वाहन मिलने में परेशानी हुई. गर्भवती को सुबह अनुमंडल अस्पताल लाया गया.