धालभूमगढ़ : चाकुलिया प्रखंड की मालकुंडी पंचायत अंतर्गत सातकठिया से मालकुंडी तक की जर्जर सड़क पर आवागमन आसान नहीं है. लगभग पांच किलोमीटर सड़क पर केवल पत्थर ही पत्थर नजर आते हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि वर्ष 1998 में तत्कालीन सांसद आभा महतो ने ग्रेड वन सड़क का निर्माण कराया था. इसके बाद से सड़क न तो मनरेगा से बनी और न ही 13वीं और 14वीं वित्त आयोग से. अन्य योजनाओं से भी सड़क की मरम्मत नहीं हुई है.
सातकठिया से दुधियाशुली सड़क मरम्मत एक बार भी नहीं की गयी है. ग्रामीणों ने बताया कि प्रधानमंत्री ग्राम्य सड़क योजना से मालकुंडी-दुधियाशोली सड़क निर्माण के लिए दो बार कार्य शुरू किया गया. भौतिक रूप से एक बार भी कार्य पूर्ण नहीं हुआ. ग्रामीणों ने बताया कि दूसरी सड़क निर्माण में बोर्ड में कार्य पूर्ण करने की तिथि 18 जनवरी 2017 लिखी गयी है. दुधियाशोल गांव के पास 700 फीट पीसीसी निर्माण के बाद सड़क का काम भौतिक रूप से पूरा नहीं किया गया है.
पंचायत मुख्यालय तक जाने वाली सड़क 19 साल तक मरम्मत या निर्माण नहीं होने से ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी हो रही है. इस सड़क से माटियाबांधी, धानघोररी, पुनदा, मालकुंडी, पिड़राशोल, दुधियाशोल, बड़ामचाटी, नुवागांव, सातकठिया, बालीदुमा, बड़कोला, लखीहिड़ा आदि गांव लोग आवागमन करते हैं. इस महत्वपूर्ण सड़क की मरम्मत या निर्माण को किसी ने अभी तक गंभीरता से नहीं लिया है.