प्रतिनिधि, मसलिया मसलिया प्रखंड के अजमेरी गांव में शिव महापुराण कथा के दूसरे दिन शिवम कृष्ण जी महाराज ने कथा सुनाते हुए कहा कि कलियुग में सबसे शीघ्र प्रसन्न होने वाले देव महादेव हैं. जब ब्रह्मा और विष्णु में श्रेष्ठता को लेकर विवाद हुआ और यह भीषण युद्ध में बदल गया, तब इसे रोकने के लिए महाशिवरात्रि के दिन संसार का प्रथम शिवलिंग अग्नि स्तंभ के रूप में प्रकट हुआ. भगवान शंकर का शिवलिंग निराकार भी है और साकार भी. यह भगवान शिव का ही स्वरूप है, जैसे शालिग्राम शिला भगवान विष्णु का प्रतीक होती है. महाशिवरात्रि पर शिव पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और इस व्रत का फल वर्षभर के सभी व्रतों के पुण्य के समान होता है. कथा में शिवलिंग की महिमा और संत नारद जी महाराज के चरित्र का वर्णन किया गया.
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