गोड्डा सांसद ने 2024 के अंत तक रैक प्वाइंट हटाने का दिया था आश्वासन संवाददाता, दुमका दुमका रेलवे स्टेशन पर बने कोयला डंपिंग यार्ड से हो रहे प्रदूषण से परेशान रसिकपुर और आसपास के ग्रामीणों ने निर्णायक आंदोलन की रणनीति बनायी है. दरअसल, दुमका में पिछले वर्ष 18 सप्ताह तक आंदोलन करनेवाले ग्रामीण गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे के आश्वासन के बाद स्थगित कर दिया था कि 2024 के अंत तक दुमका रेलवे स्टेशन से कोयला रैक हटा लिया जायेगा. पर अब तक उनका आश्वासन जमीन पर नहीं उतर पाया है. लोगों का कहना है कि परेशानी और भी बढ़ती जा रही है. रविवार को रेलवे स्टेशन परिसर के बाहर आयोजित बैठक में डोर-टू-डोर कैंपेन करने, आंदोलन में सभी वर्गों को जोड़ने, महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने और रविवार से लगातार धरना प्रदर्शन तेज करने का निर्णय लिया गया. आंदोलनकारी अमन सिंह ने कहा कि या तो कोयला रैक हटेगा या फिर हमें अपना घर द्वार बेचकर कहीं अन्यत्र शिफ्ट होना पड़ेगा. लोगों ने कहा कि गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने जब यह वादा किया था कि दुमका से कोयला रैक हटा दिया जायेगा तो दुमकावासियों ने पुरजोर स्वागत किया था, लेकिन डॉ दूबे के वादों से वे निराश हैं. बैठक में रवि शंकर मंडल, संजय मंडल, मनोज कुमार पंडित, गोवर्धन मंडल, विष्णु यादव, एन एन पंडित ,विक्रम शर्मा, सुरेश यादव, आशीष नायक, लखीकांत पंडित, बंटी शर्मा, संतोष कुमार, लक्ष्मण पंडित, पवन शर्मा, सिंधु यादव, तुलसी मंडल, राधे मंडल, अभय गुप्ता, रामप्रवेश कुमार, मनोज कुमार भगत, रिंकू महतो, छोटे शर्मा, लेबिन कुमार, डिस्को मंडल आदि उपस्थित थे.
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