प्रतिनिधि, बासुकिनाथ शिव विवाहोत्सव पर बासुकिनाथ मंदिर गर्भगृह में पुजारी डब्लू झा द्वारा भोलेनाथ की पंचशूल व त्रिशूल का विशेष षोडशोपचार पद्धति से पूजा-अर्चना की गयी. मंदिर के शिखर पर से उतारे गये त्रिशुल, पंचशूल, कलश, अर्द्धचंद्र, ध्वज आदि की विधिवत पूजा कर भगवान शिव व माता पार्वती के मंदिर के शिखर पर चढ़ाया गया. मंदिर पुरोहित प्रेम शंकर झा ने मुख्य यजमान डीसी ए दोड्डे, मंदिर प्रभारी सह बीडीओ कुंदन भगत उसकी धर्मपत्नी को संकल्प कराया. पुजारी ने बताया कि, पंचशूल के दर्शन करने से भी बाबा का दर्शन जैसा फल प्राप्त होता है. पंचशूल को तंत्र विद्या से भी जोड़ कर देखा जाता है. मंदिर के शिखर पर ध्वजा व गठबंधन कराने के लिए भीड़ लगी रही. मौके पर प्रशिक्षु आइएएस अभिषेक कुमार, एसडीओ कौशल कुमार, एसी राजीव झा, सीओ संजय कुमार सहित अन्य अधिकारी गर्भगृह में मौजूद थे.
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