दुमका. एएन कॉलेज दुमका में आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ तथा सामाजिक विज्ञान संकाय की ओर से संताल परगना के सामाजिक-आर्थिक उन्नयन में उच्च शिक्षण संस्थानों की भूमिका विषय पर अंतरविभागीय सेमिनार का आयोजन किया गया. झारखंड जैव विविधता पर्षद के सदस्य एवं आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ अमरनाथ सिंह ने विषय प्रवेश कराया. बताया कि एकीकृत बिहार के समय से ही संताल परगना उच्च शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ा हुआ है. इस क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन किये जाने की जरूरत है. मनोविज्ञान विभाग की वरिष्ठ शिक्षिका डॉ रीता कुमारी सिन्हा ने छात्र-छात्राओं को मनोविज्ञान विषय से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कॉलेज का नाम रौशन करने को प्रेरित किया. आयोजन सचिव एवं राजनीति विज्ञान विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो सुलेमान हांसदा ने सेमिनार में भाग लेने वाले प्राध्यापकों एवं छात्र-छात्राओं का स्वागत करते हुए कुशलतापूर्वक मंच संचालन किया तथा प्रतिभागियों को मूल विषय वस्तु से रू-ब-रू कराया. उन्होंने उच्च शिक्षा के क्षेत्र से संबंधित विश्व के कई ख्यातिप्राप्त विद्वानों की चर्चा की. इसी विभाग के प्राध्यापक एवं प्रभारी परीक्षा नियंत्रक प्रो यशवंत कुमार सिंह ने ज्वलंत विषय पर सेमिनार आयोजित करने के लिए आयोजक मंडली को बधाई दी. अपने सम्बोधन में सेमिनार की विषय वस्तु की विस्तृत चर्चा की. सामाजिक विज्ञान संकाय के वक्ताओं में भूगोल विभाग से विभागाध्यक्ष डॉ मनोज कुमार ने संताल परगना में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भूगोल विषय पर विस्तृत जानकारी प्रदान की. श्रम एवं समाज कल्याण विभाग के प्रो रजनीश कांत प्रसाद, दर्शनशास्त्र विभाग के डॉ प्रवीण कुमार सिंह, इतिहास विषय के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो सुशील चंद्र चौधरी, डॉ प्रमोद कुमार झा, डॉ संजय पाठक, डॉ अनहद लाल, डॉ अमरकांत पोद्दार, प्रो कुमार मनोज, डॉ प्रदीप कुमार गोराई, प्रो नीरज झा, प्रो हरिकिशोर सिंह एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों में हैदर अली, अमरेंद्र कुमार, मिथिलेश कुमार, धीरज सिंह, रणवीर सिंह आदि मुख्य थे. डॉ एजाज़ अहमद ने धन्यवाद ज्ञापन किया.
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