दुमका. एएन कॉलेज दुमका में छात्र-छात्राओं के बहुमुखी विकास एवं रोजगारपरक शिक्षा मुहैया कराने के उद्देश्य से आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ तथा वनस्पति विज्ञान विभाग की ओर से जैव विविधता संरक्षण विषय पर सेमिनार सह जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ अमरनाथ सिंह ने जैव विविधता संरक्षण के महत्त्व एवं भविष्य की संभावनाओं पर प्रकाश डाला. कहा कि जैव विविधता संरक्षण सीधे तौर से मानव अस्तित्व से जुड़ा हुआ है. हमें इसके लिए जागरूक हो जाने की जरूरत है. उन्होंने आगामी मई माह के दूसरे सप्ताह में कॉलेज में झारखंड बायोडाइवर्सिटी बोर्ड प्रायोजित राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित किये जाने की भी चर्चा की. अध्यक्षता करते हुए वाणिज्य विभाग के अध्यक्ष डॉ अभय प्रसाद सिंह ने कहा कि आज के समय में जैव विविधता संरक्षण करना हम सभी का कर्तव्य है. उन्होंने महाविद्यालय में निरंतर शैक्षणिक गतिविधियों के आयोजन के लिए सक्रिय अध्यापकों की टीम के प्रयासों की सराहना की. समाजशास्त्र विभाग के वरीय प्राध्यापक डॉ मणिकांत मंडल ने संताल परगना के निवासियों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति का विश्लेषण करते हुए अपनी बात रखी. भूगोल विभाग के प्राध्यापक डॉ मनोज कुमार ने जैव विविधता संरक्षण के भौगोलिक पहलुओं पर विस्तृत जानकारी साझा की. कॉलेज के छात्र नीरज कुमार ने जैव विविधता संरक्षण पर अपनी बात रखी. संचालन बांग्ला विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ प्रदीप कुमार गोराई ने किया. उन्होंने छात्र-छात्राओं काे नियमित रूप से अपनी कक्षा में उपस्थित रहकर शिक्षकों से मार्गदर्शन लेने को प्रेरित किया. अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष डॉ प्रमोद कुमार झा ने छात्र – छात्राओं का आह्वान करते हुए कहा कि आप सभी आज यह शपथ लें कि अपने जीवन के प्रत्येक शुभ अवसर पर एक पौधा जरूर लगाएंगे, जिससे हम अपने पर्यावरण को भी नियंत्रित कर पाएंगे. साथ ही जैव विविधता संरक्षण के उद्देश्यों को भी सफलीभूत कर पाएंगे. धन्यवाद ज्ञापन हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ अनहद लाल ने किया. मौके पर डॉ अनिल कुमार सिंह, डॉ अमरकांत पोद्दार, प्रो सुलेमान हांसदा, प्रो कपिलदेव मंडल एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों में हैदर अली, अमरेंद्र कुमार, धीरज सिंह, रणवीर सिंह आदि उपस्थित रहे.
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