दुखद. हंसडीहा थाना क्षेत्र के तिलखा गांव की घटना, पुत्र ने नहीं लिया शवप्रतिनिधि, नोनीहाट
हंसडीहा थाना क्षेत्र के भतुड़िया-ए पंचायत अंतर्गत तिलखा गांव के पास शुक्रवार को खेत में अधेड़ का शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गयी. खेत में शव पड़े होने की सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीण मौके पर जुट गये. तुरंत इसकी जानकारी दूरभाष के माध्यम से हंसडीहा पुलिस को दी. सूचना पाकर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. शव को कब्जे में लेकर आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी की. इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए पीजेएमसीएच दुमका भेजा गया. पुलिस के अनुसार अधेड़ की पहचान मनोज रावत (55 वर्ष) के रूप में की गयी है. घटना की जानकारी मृतक के पुत्र अभिषेक रावत को दी गयी, लेकिन उन्होंने शव लेने से साफ इनकार कर दिया. अभिषेक रावत ने पुलिस को बताया कि उनका अपने पिता से कोई संबंध नहीं है. इस मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है. बताया जाता है कि अभिषेक लंबे समय से देवघर में रह रहा है, जबकि मनोज रावत इधर-उधर भटककर और मांगकर जीवन यापन करते थे. पुलिस के सामने अब कई सवाल खड़े हो गये हैं कि शव खेत में कैसे पहुंचा और मौत किन परिस्थितियों में हुई. फिलहाल मौत के कारणों का पता नहीं चल सका है. पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा हो सकेगा. घटना के बाद तिलखा गांव समेत आसपास के इलाकों में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं, वहीं पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है.खेत में कैसे पहुंचा शव, छानबीन शुरू
जिस स्थान पर शव मिला, वह कोई आबादी वाला क्षेत्र नहीं बल्कि खेत है. ऐसे में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि मनोज रावत वहां स्वयं पहुंचे थे या किसी ने उन्हें वहां छोड़ दिया. पुलिस के लिए यह अहम जांच बिंदु है कि मृतक की मौत खेत में ही हुई या शव को कहीं और से लाकर फेंका गया. शरीर पर चोट के निशान हैं या नहीं, यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा. पुलिस तमाम एंगल से भी जांच कर रही है. कोई इसे पारिवारिक विवाद से जोड़ रहा है तो कोई बाहरी हस्तक्षेप की आशंका जता रहा है. हालांकि पुलिस किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले सभी तथ्यों को जोड़ने में लगी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

