दुमका. शहर के पोखरा चौक स्थित बड़ाबांध में शनिवार शाम आत्महत्या के उद्देश्य से कूदे 68 वर्षीय गुरुदेव ठाकुर का शव रविवार सुबह बरामद कर लिया गया. शव को निकालने के लिए मसानजोर डैम से बुलाये गये विशेष गोताखोर दल ने करीब आधे घंटे के प्रयास के बाद शव ढूंढ़ निकाला. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद यूडी केस दर्ज कर परिजनों को सौंप दिया है. गुरुदेव ठाकुर पोखरा चौक स्थित सैलून चलाते थे. वह लंबे समय से शराब की लत से ग्रसित थे. शनिवार को भी शराब सेवन के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गयी थी, जिसके बाद घरवालों ने उनका इलाज मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कराया. इलाज के बाद वह घर लौटने की बजाय पोखरा चौक पहुंचे. दुकान में अपना मोबाइल रखकर तालाब में कूद गये. महिला की नजर पड़ी तो मचा हड़कंप घटना के वक्त तालाब के पास मौजूद महिला ने वृद्ध को पानी में कूदते देखा. उसके शोर मचाने पर आसपास के लोग जुटे, लेकिन कोई भी उन्हें बचा नहीं सका. सूचना पर पहुंची पुलिस टीम और स्थानीय लोगों ने काफी देर खोजबीन की, पर शव नहीं मिला. घरवालों ने पूरी रात पानी से शव के ऊपर आने का इंतजार करते रहे, लेकिन शव नहीं उपलाया. पत्नी की मौत के बाद से तनाव थे गुरुदेव परिजनों के अनुसार कुछ महीने पहले गुरुदेव ठाकुर की पत्नी की मौत हो गयी थी. इसके बाद से वह अवसाद में रहने लगे थे. इसी मानसिक तनाव और शराब की लत के कारण उन्होंने ऐसा कदम उठाया. रातभर शव नहीं मिलने पर रविवार सुबह एसडीओ कौशल कुमार के निर्देश पर मसानजोर से विशेष गोताखोर दल बुलाया गया. करीब एक दर्जन प्रशिक्षित गोताखोरों की टीम तालाब में उतरी और महज 30 मिनट के भीतर शव खोजकर बाहर निकाल लिया. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर उसे परिजनों को सौंप दिया है.
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