शिकारीपाड़ा. दुमका-रामपुरहाट मुख्य सड़क पर गिट्टी ओवरलोड हाइवा रोजाना सरपट दौड़ रहे हैं. इन वाहनों का परिचालन बदस्तूर जारी है. वह भी तब, जब दो दिन पहले खनन टास्क फोर्स ने अवैध बालू लदे 21 हाइवा को जब्त कर प्राथमिकी दर्ज करायी है. ऐसे अवैध परिवहन से एक ओर राज्य सरकार को राजस्व की क्षति होती है तो दूसरी ओर सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो जाती है. दुमका की ओर जाने वाले गिट्टी लदे ओवरलोड ट्रकों के चालक चालान ले भी लेते हैं, पर पश्चिम बंगाल की ओर जाने वाले ओवरलोड गिट्टी लदे वाहनों के चालक झारखंड सरकार का चालान तक नहीं लेते हैं. बताया जाता है कि ओवरलोड ट्रकों का परिचालन करने के लिए ऐसे हाइवा में उंचाई तक बढ़वा दी जाती है. कई वाहनों में नियम को दरकिनार कर पीछे नंबर तक नहीं लिखा जाता है या नंबर प्लेट हटवा दिया जाता है. इन ओवरलोड वाहनों के तेज गति से परिचालन होने से हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. अक्सर उक्त वाहनों की चपेट में आने से पैदल चलने वाले, साइकिल, बाइक सवार आदि दुर्घटना का शिकार होकर अकाल काल के गाल के समा जाते हैं. प्रशासन द्वारा गिट्टी ओवरलोड वाहनों का परिचालन रोकने के लिए समय-समय पर छापेमारी अभियान चलाया जाता है. पर छापेमारी अभियान के बाद फिर से ओवरलोड ट्रकों का परिचालन चालू हो जाता है. जगह-जगह चेकपोस्ट लगाकर प्रशासन ऐसे ओवरलोड वाहनों के परिचालन, अवैध खनन पर नकेल कसने के साथ-साथ अवैध चल रहे वाहनों के परिवहन पर रोक लगा सकती है, पर इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर कोई कवायद नहीं की जा रही है. सीओ कपिलदेव ठाकुर ने बताया कि गिट्टी ओवरलोड ट्रकों का परिचालन रोकने के लिए नियमित रूप से छापेमारी अभियान चलाया जाता है. ओवरलोड व बिना चालान के पाये जाने वाले वाहन के विरुद्ध विधिसम्मत कार्रवाई की जाती है.
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