प्रतिनिधि, रानीश्वर मयुराक्षी बायांतट मुख्य नहर का तटबंध कई जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गया है. मुख्य नहर के फाजिलपुर गांव के पास नहर के दोनों ओर तटबंध की ढलाई टूट चुकी है. इसके अलावा रांगालिया सिंचाई कार्यालय के पास भी क्षतिग्रस्त हो गयी है. तथा कई जगहों पर समय समय पर लिकेज होने से जलापूर्ति बाधित हो जाती है. मुख्य नहर के बांदरकोंदा व नुड़ुईबाथान के पास कई बार लिकेज होने से जलापूर्ति बंद कर उसकी मरम्मत करनी पड़ी है. सिंचाई विभाग की ओर से कैड ( कमांड डेवलपमेंट एरिया) के तहत करीब आठ साल पहले मसानजोर डैम से चोपाबाथान तक 20 किलोमीटर लंबी मुख्य नहर का पक्कीकरण कराया गया है. मुख्य नहर से आठ शाखा नहर निकाला गया है. जिनमें से रानीश्वर, पाटजोड़ व हरिपुर शाखा नहर पक्कीकरण कार्य की स्वीकृति मिली है. फिलहाल रानीश्वर शाखा नहर पक्कीकरण कार्य शुरू किया गया है, जबकि पाटजोड़ व हरिपुर शाखा नहर पक्कीकरण कार्य के लिए पहल शुरू किया गया है. इसके अलावा सादीपुर, खुशदीलपुर, जयपाहाड़ी, बोराडंगाल व लखनपुर शाखा नहर है. उन शाखा नहरों का भी पक्कीकरण कराया जाना जरूरी है. सहायक अभियंता रवींद्र मुर्मू ने बताया कि नहर जहां-जहां क्षतिग्रस्त हो चुकी है, उसकी मरम्मत के लिए प्राक्कलन तैयार कर विभाग को भेजा गया है. स्वीकृति मिलते ही कार्य शुरू किया जायेगा. ताकि किसानों को परेशानी न हो .
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