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साहित्य व संस्कृति संजोयें
37वां संताली साहित्य दिवस समारोह में वक्ताओं ने कहा दुमका : 37वां संताली साहित्य दिवस शनिवार को संताल परगना महाविद्यालय प्रांगण में समारोह आयोजित कर मनाया गया. समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि शिकारीपाड़ा विधायक नलिन सोरेन ने कहा कि किसी भी समाज के लिए साहित्य एवं उसकी संस्कृति सबसे बड़ी विशिष्टता होती है. […]
37वां संताली साहित्य दिवस समारोह में वक्ताओं ने कहा
दुमका : 37वां संताली साहित्य दिवस शनिवार को संताल परगना महाविद्यालय प्रांगण में समारोह आयोजित कर मनाया गया. समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि शिकारीपाड़ा विधायक नलिन सोरेन ने कहा कि किसी भी समाज के लिए साहित्य एवं उसकी संस्कृति सबसे बड़ी विशिष्टता होती है.
संताल समाज को भी अपनी साहित्य को समृद्ध बनाने की जरुरत है. उन्होंने छात्र-छात्राओं से संताली साहित्य को समृद्ध बनाने का आह्वान किया. वहीं लिट्टीपाड़ा विधायक डॉ अनिल मुमरू ने कहा कि युवाओं को संताली साहित्य को आगे बाने में अहम भूमिका निभानी होगी. साहित्य सृजन में विशेष ध्यान देना होगा. इससे पूर्व अतिथियों ने एसपी कॉलेज के संस्थापक लाल बाबा की प्रतिमा तथा संताल हूल के अमर नायक सिदो कान्हू के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया. मौके पर स्मारिका का भी विमोचन किया गया.
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