Dhanbad News: जमीन के बदले लंबित मुआवजा , नियोजन समेत अन्य मांगों को लेकर भौंरा जहाजटांड के ग्रामीणों के आंदोलन से पिछले सात दिनों से पूर्वी झरिया क्षेत्र के भौंरा फोर ए पैच, सीटू पैच व कोयला डिस्पैच कार्य ठप था. जिसके बाद वरीय अधिकारियों के निर्देश पर मंगलवार को मजिस्ट्रेट नीरज कुमार की उपस्थिति में परियोजना का उत्पादन व डिस्पैच कार्य चालू हुआ. परियोजना चालू होने से आउटसोर्सिंग कर्मियों में खुशी है. वहीं धनबाद एसडीओ द्वारा सोमवार से भौंरा फोर ए पैच के दो सौ मीटर परिधि में अगले आदेश तक निषेधाज्ञा लगाया गया है. साथ ही पुलिस की प्रतिवेदन पर तीन ग्रामीण खेमलाल महतो, कार्तिक महतो व कुलदीप महतो पर 126 के तहत कार्रवाई की गयी है. विधि व्यवस्था को लेकर परियोजना के व्यू प्वाइंट, लोडिंग प्वाइंट , भौंरा -जहाजटांड मुख्य मार्ग पर भौंरा ओपी प्रभारी रंजीत राम के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों की तैनाती की गयी थी.
ग्रामीणों की समस्याओं से अवगत हुए सिंदरी विधायक:
इधर ग्रामीणों की सूचना पर आज सुबह सिंदरी विधायक चंद्रदेव महतो जहाजटांड पहुंच कर ग्रामीणों की समस्या व मांगों से अवगत हुए. उसके बाद उन्होंने आंदोलन का समर्थन किया. कहा कि ग्रामीणों की मांग को बीसीसीएल प्रबंधन को पूरा करना चाहिए. ग्रामीणों को जमीन के एवज में मुआवजा नियोजन मिलना चाहिए. इजे एरिया के जीएम जेसी राय ने कहा कि कंपनी के नियमानुसार ग्रामीणों की समस्या का निवारण करने का हर संभव प्रयास किया जायेगा. राष्ट्रहित में कोयला निकालना जरूरी है. इसमें ग्रामीणों को भी सहयोग करना चाहिये. वार्ता से ही समस्या का समाधान संभव है.झरिया अंचल कार्यालय में हुई त्रिपक्षीय वार्ता:
इधर कार्य चालू होने के बाद झरिया अंचल कार्यालय में मंगलवार को देर शाम त्रिपक्षीय वार्ता हुई. जिसमें झरिया सीओ मनोज कुमार, सीआइ अभय कुमार सिन्हा, इजे एरिया प्रबंधन के प्रतिनिधि व रैयत मौजूद थे. वार्ता में रैयतों ने बीसीसीएल से जमीन के बदले मुआवजा का जल्द भुगतान करने की मांग की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है