धनबाद स्टेशन से होकर मल्टी ट्रैकिंग का काम होना है. इसके लिए धनबाद स्टेशन के बाहर में स्थित बंद पेट्रोल पंप के समीप के रास्ते को बंद करने की कवायद चल रही है. रविवार को आइओडब्ल्यू वन की ओर से रेल कॉलोनी के रास्ते को बंद करने का काम शुरू हुआ. जानकारी मिलने पर कॉलोनी की महिलाएं पहुंच गयीं. उन्होंने रास्ता बंद करने का विरोध किया. इसके बाद तय हुआ कि एक बाइक के आने-जाने के लिए तीन फिर का रास्ता छोड़ा जायेगा.
क्या है मामला :
रास्ता बंद करने की सूचना पर रेलकर्मी के परिजनों ने विरोध शुरू कर दिया. दर्जनों की संख्या में कॉलोनी की महिलाएं पहुंच गयी. इस दौरान काम रोक दिया गया. महिलाओं ने गड्ढे को भरना शुरू कर दिया. मामले की जानकारी पाकर आरपीएफ की टीम पहुंची. महिलाओं ने रास्ता बंद होने पर आवागमन में दिक्कत की बात कही. इसके बाद ठेकेदार के मजदूरों ने भी गड्ढा भरना शुरू कर दिया. विरोध की सूचना मिलने के बाद आइओडब्ल्यू की टीम भी पहुंची. काम शुरू करने से पहले जानकारी नहीं देने पर आपत्ति जतायी गयी. ठेकेदार को फटकार लगायी गयी. इस दौरान विरोध करने वालों ने अपनी बातों को रखा. इसके बाद तय हुआ कि रास्ता को पूरा बंद नहीं किया जायेगा. एक बाइक के आने-जाने के लिए तीन फिर का रास्ता छोड़ा जायेगा. इसके बाद महिलाएं मानी. महिलाओं का कहना था कि रास्ता बंद हो जायेगा, तो उन्हें दूसरे रास्ते से घूम कर जाना होगा, जबकि पीछे के रास्ते में शाम ढलते ही शराबियों का जमावड़ा लग जाता है.कार्रवाई का दिया आश्वासन :
आरपीएफ व आइओडब्ल्यू वन की टीम ने खाली क्वार्टरों को देखा जहां शराबियों का अड्डा लगता है. इसपर कार्रवाई का आश्वासन भी कॉलोनी के लोगों को दिया गया. मामले में इस्ट सेंट्रल रेलवे मेंस कांग्रेस शाखा छह के अध्यक्ष धीरेंद्र यादव भी मौके पर पहुंचे और कर्मियों की समस्याओं को आला अधिकारियों के समक्ष रखने की बात कही.कॉलोनी में हैं 30 आवास :
कॉलोनी में करीब 30 आवास हैं. इसमें टाइप टू व थ्री और एक अधिकारी का बंगला है. रेल कर्मचारी, उनके परिवार की महिलाएं, स्कूल जाने वाले बच्चे सभी लोग इसी रास्ते को मुख्य मार्ग के रूप में इस्तेमाल करते है. कर्मचारी भी रात में ड्यूटी कर इस रास्ते का इस्तेमाल कर अपने क्वार्टर जाते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है