Dhanbad News : भेलाटांड़ स्थित नर्मदेश्वर मंदिर प्रांगण में चल रहे 11 दिवसीय सप्तचंडी महायज्ञ में सोमवार को मुख्य यज्ञाचार्य रवींद्र पांडेय ने कहा कि मानस जीवन बड़ी मुश्किल से प्राप्त होती है. इसलिए इस जन्म का धर्म के प्रति सदुपयोग करना चाहिए. मानव जीवन में जन्म पाकर यदि हमारे दिल में भक्ति नहीं है, तो पूरा जीवन अधूरा है. कहा कि भगवान के सारे अवतार इस भारत वसुंधरा में ही हुए हैं. इसलिए इस धरती को भारत माता कहते हैं. हम सब सौभाग्यशाली हैं कि हमें भारत में जन्म मिला है. दूसरी तरफ मंगलवार की सुबह से यज्ञमंडप की परिक्रमा करने के लिए लंबी कतार लगी रही. श्रद्धालुओं ने मध्यकालीन व संध्याकालीन आरती में भाग लिया. संध्या आरती के पश्चात स्थानीय कीर्तन मंडली द्वारा कीर्तन प्रस्तुत किया गया. यज्ञ को सफल बनाने मे हीरा श्रीवास्तव, विष्णु चौहान, वीर बहादुर, अरविंद कुमार, कन्हैया मिश्रा, बिट्टू सिंह, रवि मोदक, नारायण मिश्रा आदि सक्रिय थे.
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