आइआइटी आइएसएम प्रबंधन ने संस्थान की परीक्षा प्रणाली में व्यापक बदलाव किया है. पांच मार्च को संपन्न हुई सीनेट की बैठक में एक प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी. अब संस्थान में प्रत्येक सेमेस्टर के मध्य होने वाली परीक्षा केवल एक घंटे की होगी, जबकि पहले यह परीक्षा दो घंटे की होती थी. वहीं सेमेस्टर के अंत में होने वाली परीक्षा अब दो घंटे की होगी, जो पहले तीन घंटे की होती थी. परीक्षा नियमों में यह बदलाव 2025 सत्र से लागू किया जायेगा. इसके साथ ही, परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों की संख्या में भी कमी की जायेगी. माना जा रहा है कि यह निर्णय छात्रों पर परीक्षा के दबाव को कम करने के उद्देश्य से लिया गया है. उपनिदेशक प्रो धीरज कुमार ने बताया कि प्रत्येक सेमेस्टर के दौरान संस्थान में दो सेट की परीक्षाएं होती हैं- एक सेमेस्टर के मध्य और दूसरी सेमेस्टर के अंत में. इसके अतिरिक्त, संस्थान में छात्रों के लिए सतत मूल्यांकन तंत्र भी मौजूद हैं. इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए परीक्षाओं की अवधि में कटौती करने का निर्णय लिया गया है.
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