धनबाद नगर निगम की ओर से संचालित अर्बन आयुष्मान आरोग्य मंदिरों (यूआम) में संसाधनों का घोर अभाव है. मरीजों को दवा लिखने की पर्ची तक उपलब्ध नहीं है. जी हां, केंद्र खुलने के बाद से अब तक मरीजों को दी जाने वाली चिकित्सीय पर्ची उपलब्ध नहीं करायी गयी है. इलाज के लिए आरोग्य आयुष्मान मंदिरों में पहुंचने वाले मरीजों को कागज पर दवा लिख कर थमा दी जाती है. जबकि नियमानुसार केंद्र में अर्बन आयुष्मान आरोग्य मंदिर के लेटर पैड पर दवा लिखना है. मंगलवार को नगर निगम द्वारा संचालित अर्बन आरोग्य आयुष्मान मंदिर का निरीक्षण करने पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम को कई केंद्रों में खामियां पायीं.
स्वास्थ्य विभाग को है मॉनीटरिंग की जिम्मेवारी :
नगर निगम द्वारा संचालित अर्बन आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की मॉनीटरिंग की जिम्मेवारी स्वास्थ्य विभाग की है. समय-समय पर स्वास्थ्य विभाग की टीम इन केंद्रों में जाकर मरीजों को मिल रही सुविधाओं का जायजा लेती है. निरीक्षण में पायी गयी खामियों के संबंध में नगर आयुक्त को रिपोर्ट सौंपी जाती है. बता दें कि नगर निगम के विभिन्न वार्डों में वर्तमान में 30 अर्बन आरोग्य आयुष्मान केंद्र संचालित हैं. नगर निगम द्वारा एजेंसी के माध्यम से केंद्रों का संचालन किया जा रहा है.दवा समेत अन्य संसाधनों का घोर अभाव :
अर्बन आरोग्य आयुष्मान मंदिरों के निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पाया कि केंद्रों में दवा समेत अन्य संसाधनों का घोर अभाव है. नियुक्त कर्मियों को समय से मानदेय का भुगतान नहीं हो रहा है. ऐसे में वे अपना कामकाज सही तरीके से नहीं कर पा रहे हैं. कई केंद्रों के चिकित्सकों के द्वारा कार्य में लापरवाही बरतने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग की टीम को मिली है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है