Dhanbad News : कथा हमें भगवान के जीवन, उनके आदर्शों, उपदेशों से जोड़ती है. संसार के कोलाहल में जब मनुष्य मोह, माया, लोभ और अहंकार में उलझ जाता है, तब कथा और सत्संग ही वह साधन बनते हैं. उक्त बातें बुधवार को सुरेंद्र हरिदास जी महाराज ने मंगलवार को तीसरे दिन पांडेडीह में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा में कही. उन्होंने कहा कि आज लोग कथा सुनने की बजाय सिर्फ रील्स देखना पसंद करते हैं, भगवान की कथा केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि आत्मा का आहार है, वह हमारे जीवन का मार्गदर्शन करती है, हमारे भीतर की अशांति को समाप्त करती है और हमें धर्म के सच्चे अर्थ समझाती है. जीवन में समय सबसे मूल्यवान है, जो व्यक्ति अपने समय का सही उपयोग करना जानता है, वही जीवन में सफल होते हैं. कार्यक्रम को सफल बनाने में आशीष वर्मा, आशा वर्मा, धनंजय सिंह, श्रवण वर्मा, बिरजू बाउरी, संजय वर्मा, सरोज वर्मा, प्रमोद वर्मा, किशोरी वर्मा, प्रदीप वर्मा आदि उपस्थित थे.
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