Prabhat Khabar Ground Report| धनबाद, मनोज रवानी : धनबाद शहर के बीचो-बीच है दामोदरपुर पंचायत का दास टोला, पर यहां के लोग आजतक यह नहीं समझ पाये कि वे शहर में रहते हैं या गांव में. इस टोले के घर-घर में सप्लाई के पानी का कनेक्शन 4 साल पहले लगा दिया गया. कहा गया कि 8 लेन सड़क बन जाने के बाद पानी की सप्लाई शुरू हो जायेगी. सड़क बनकर तैयार हो गयी, लेकिन लोगों के घरों में लगे नल से आज तक एक बूंद पानी नहीं आया. दरअसल, इसके पीछे सबसे बड़ी वजह यह है कि दास टोला के पास स्थित हीरापुर में सभी सुविधाएं हैं, पर उनके यहां परेशानी के सिवा कुछ नहीं. आज भी वो पानी के लिए परेशान हैं. यहां की महिलाओं की सबसे बड़ी समस्या प्रतिदिन घर के लिए पानी की व्यवस्था करना है. इलाके में सफाई भी नहीं होती. इस कारण जगह-जगह कचरे का अंबार है. आवास योजना का लाभ भी नहीं मिला. प्रभात खबर की टीम जब दास टोला पहुंची, तो वहां के लोगों ने समस्याओं की झड़ी लगा दी. सबका यही कहना था कि शहर में रहकर भी वे सुविधाओं से क्यों वंचित हैं.
दास टोला में गर्मी में बढ़ जाता है जल संकट
दास टोला में लगभग 70 घर हैं. पानी की सुविधा के नाम पर यहां तीन चापाकल हैं. इनमें से भी दो खराब हैं. जब गर्मी बढ़ती है, तो इकलौते चापाकल से भी पानी आना बंद हो जाता है. इससे जल संकट गहरा जाता है. फिर इलाके के सरकारी स्कूल के चापाकल पर जाने के लिए लोग मजबूर हो जाते हैं. महिलाएं वहां से पानी लाती हैं. दोपहर में जब प्रभात खबर की टीम दास टोला पहुंची, तो कड़ी धूप में बाबू रविदास गैलन में पानी लाने जा रहे थे. उन्होंने बताया कि सरकारी योजनाओं से भी टोला वंचित है. आवास योजना का लाभ भी यहां नहीं मिल पाया है. सफाई नहीं होती है. इस कारण जगह-जगह कचरे का अंबार लगा है.

8 लेन के नाम पर वाटर सप्लाई का काम फेल
दास टोला में सप्लाई वाटर के लिए सभी घरों में 4 साल पहले कनेक्शन दिया गया. दामोदरपुर में बनी जलमीनार की टेस्टिंग भी की गयी. इससे लोगों में उम्मीद जगी कि अब उनका दुख दूर होगा. सप्लाई का पानी मिलने लगेगा, लेकिन 4 साल बाद भी घरों में लगे नल से एक बूंद पानी नहीं टपका. दरअसल, इसको लेकर विभाग ने कहा था कि 8 लेन में पाइपलाइन का काम हो जाने के बाद पानी की सप्लाई की जायेगी, लेकिन आज तक यह भी नहीं हुआ.
झारखंड की ताजा खबरें यहां पढ़ें
घरों में लगे नल पड़े हैं बेकार
तीन साल पहले लोगों के घरों में पानी का कनेक्शन दिया जा रहा था, तो सभी खुश थे. बताया गया था कि 3 माह में सप्लाई का पानी आने लगेगा. लोगों ने कहा कि आज तक पानी नहीं मिला. पानी के संकट की वजह से लोगों के घरों में टंकी भी नहीं है. चापाकलों से पानी लाकर लोग किसी तरह काम करते हैं, वे वही जानते हैं.

टोला में 60 से 70 घर हैं. टोले में सिर्फ 3 चापाकल हैं. इसमें से भी 2 खराब हो गये हैं. टोले के बीच में चापाकल ही चालू है. इसी से सभी लोग पानी लेकर जाते हैं.
बाबू रविदास
प्रभात खबर की प्रीमियम स्टोरी: Child Mental Health : बच्चे हो रहे हैं दबंग, रेप और आत्महत्या करने में भी नहीं करते संकोच, जानिए क्या है वजह
ठंड और बरसात में चापाकल से पानी मिल जाता है, लेकिन गर्मी बढ़ने के साथ ही पानी का संकट गंभीर हो जाता है. इसके कारण परेशानी झेलनी पड़ती है.
चंपा देवी
चार साल पहले जब घरों में नल लगाया जा रहा था, तो सभी खुश थे. कहा गया था कि 3 माह में घर तक पानी की सप्लाई शुरू हो जायेगी. चार साल बीत गये, नल से एक बूंद पानी नहीं आया.
छबीला देवी
इलाके में कचरे का अंबार लगा हुआ है. सफाई नहीं होती है. इस वजह से काफी परेशानी होती है. बीमारियों के फैलने का डर बना रहता है. किससे शिकायत करें.
मुरली दास
उप-मुखिया बोले- 8 लेन सड़क का उद्घाटन हो गया, लेकिन पानी नहीं मिला
दामोदपुर पंचायत के उप मुखिया राजेश कुमार कहते हैं कि दास टोला के 2 चापाकल खराब हैं. जांच में पता चला कि दोनों में पानी का लेयर नहीं है. सरकारी स्कूल के बाहर जयंती ग्राम योजना से एक चापाकल लगाया गया है. पेयजल विभाग ने 8 लेन सड़क निर्माण में पाइपलाइन शिफ्टिंग के बाद पानी की सप्लाई शुरू करने की बात कही थी. सड़क का उद्घाटन हो गया, लेकिन पानी आज तक नहीं आया.
इसे भी पढ़ें
देवघर में वाहन चेकिंग के दौरान बाइक से गिरकर महिला की मौत, बवाल, पुलिस के साथ मारपीट
TSPC की धमकी के बाद आक्रमण गंझू समेत 4 की गिरफ्तारी की पुष्टि, एसपी बोले- कल पकड़े गये सभी
रोज खतरों से खेलते हैं भुईयां पट्टी के लोग, सुरंग से टपकते बूंद-बूंद पानी से ऐसे बुझती है प्यास
हजारीबाग के हजारों सरकारी कर्मचारियों की बल्ले-बल्ले, हेमंत सोरेन के निर्देश पर डीसी ने किया ये काम

