सीमित संसाधनों के बीच अग्निशमन विभाग के वीर आग लगने पर लोगों की मुश्किलें आसान करने में लग जाते हैं. विभिन्न समस्याओं से घिरे होने के बावजूद विभाग के कर्मी लोगों की मुश्किलें कम करते है. विभाग के पास मैनपावर की घोर कमी है. धनबाद के अग्निशमन विभाग में सिर्फ अधिकारी हैं. वहीं 40 कर्मियों की जगह सिर्फ 10 के भरोसे फायर फाइटिंग हो रही. इसमें हवलदार सह फायरमैन और ड्राइवर शामिल हैं. यह स्थिति पिछले दो साल से है. बावजूद इसके सीमित बल और संसाधनों की परवाह किये बगैर आग लगने की स्थिति में अग्निशमन विभाग के वीर इसे काबू करने के कार्य में तन और मन से जुट जाते हैं.
यह मांगे पूरी होती तो अग्निशमन विभाग के वीरों की मुश्किलें होती आसान
नियुक्ति के लिए दाे साल पहले भेजे गये प्रस्ताव पर आज तक नहीं हुई कार्रवाई
अग्निशमन विभाग मैनपावर की कमी से जूझ रहा है. मैनपावर सहित विभिन्न समस्या से जूझ रहे अग्निशमन विभाग में कमियां दूर करने के लिए करीब दो साल पहले स्थानीय विभागीय स्तर पर प्रस्ताव भेजा गया था. इसमें स्टेशन ऑफिसर, सबस्टेशन ऑफिसर क्रमश: एक-एक, 22 फायरमैन सह हवलदार और छह ड्राइवर के पद को भरने, हाइड्रॉलिक प्लेटफॉर्म वाहन, फायर फाइटिंग इक्विप्मेंट आदि की मांग की गयी थी. दो साल बाद भी अग्निशमन मुख्यालय ने इस प्रस्ताव कोई ठोस पहल नहीं की.नहीं मिला हाइड्रॉलिक प्लेटफॉर्म वाहन
ऊंची इमारतों में आग लगने की स्थिति और इससे निबटने के लिए अग्निशमन विभाग की ओर से दो साल पहले हाइड्रॉलिक प्लेटफॉर्म वाहन की मांग मुख्यालय से की गयी थी. दो साल बीत जाने के बाद भी अबतक मुख्यालय की ओर से धनबाद अग्निशमन विभाग को हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म वाहन मुहैया नहीं कराया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

