गोविंदपुर.
गोविंदपुर थाना अंतर्गत अमरपुर पंचायत के अमलाटांड़ बस्ती में नवनिर्मित श्री श्री काली मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर रविवार को भव्य कलश यात्रा निकाली गयी. इसके साथ ही तीन दिवसीय अनुष्ठान प्रारंभ हुआ. रविवार को एसडीएम राजेश कुमार के नेतृत्व में तैनात दंडाधिकारी एवं पुलिस अधिकारियों एवं जवानों की मौजूदगी में कलश यात्रा निकाली गयी. एडीएम लॉ एंड ऑर्डर पीयूष कुमार सिन्हा भी पहुंचे. डीएसपी मुख्यालय-एक शंकर कामती, मुख्यालय-दो डीएन बंका तथा साइबर संजीव कुमार सहित कई पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे. कलश यात्रा पर ड्रोन कैमरे से नजर रखी जा रही थी. यज्ञ स्थल से जीटी रोड अमरपुर मोड तक केवल ग्रामीण ही इसमें शामिल थे. इसके बाद जीटी रोड, लाल बाजार और खुदिया नदी घाट तक बड़ी संख्या में लोग इसमें शामिल हुए. कलश यात्रा को देखने के लिए सड़क के किनारे हजारों की भीड़ लग गयी थी. कलश यात्रा के दौरान कोई जयकारा नहीं लग रहा था. साथ में डीजे, बैंड बाजा भी नहीं चल रहा था.तीन सौ वर्ष बाद गांव में बना है काली मंदिर :
करीब 300 वर्ष पुराने अमलाटांड़ गांव के इतिहास में पहली बार एक काली मंदिर का निर्माण समीर गोराईं ने कराया है. इसके पहले काली स्थान था, जिसमें देवी की काली की पूजा अर्चना की जाती थी. वह कलश यात्रा निकाल कर खुदिया नदी से जल लाना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने कई प्रमुख लोगों से बात भी की थी. कुछ लोगों ने उन्हें आश्वासन दिया था परंतु कलश यात्रा के ठीक दो दिन पहले एकमात्र मुख्य रास्ता से होकर कलश निकालने से मना कर दिया गया. इसके बाद ग्रामीण सांसद ढुलू महतो के यहां पहुंचे तो उन्होंने जिला प्रशासन को मामले का हल निकालने को कहा. गांव के दोनों पक्षों में समझौता भी हुआ और केवल गांव की महिलाओं की कलश यात्रा निकालने पर सहमति बनी. रविवार प्रातः 5:00 बजे से ही जीटी रोड मोड़ से अमलाटांड़ तक करीब एक किलोमीटर के दायरे में चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात हो गई. एक किलोमीटर के दायरे में ही 17 दंडाधिकारी तैनात थे. हर पांच कदम पर एक पुलिस खड़ी थी. पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है