अध्यक्षता पदेन अध्यक्ष सह अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक, बीसीसीएल मनोज कुमार अग्रवाल ने की. इस अवसर पर डीजीएमएस के उप महानिदेशक अजय सिंह, बीसीसीएल के निदेशक (मानव संसाधन) मुरली कृष्ण रमैया, डीवीसी के मुख्य महाप्रबंधक दिलीप कुमार सिंह, केकोआप के कार्यपालक निदेशक विनीत रावल, सीएमपीडीआइएल के क्षेत्रीय निदेशक उमा शंकर सिंह, सिंफर के मुख्य वैज्ञानिक अमरनाथ, सीआइएसएफ कमांडेंट प्रदीप विश्वकर्मा तथा बीसीसीएल के महाप्रबंधक (राजभाषा) कुमार मनोज सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे. क्षेत्रीय कार्यान्वयन कार्यालय (पूर्वी क्षेत्र), कोलकाता के उप-निदेशक (कार्यान्वयन) डॉ. विचित्रसेन गुप्त बैठक में प्रेक्षक के रूप में उपस्थित थे. बैठक का संचालन नराकास सचिव सह प्रबंधक (राजभाषा), बीसीसीएल उदयवीर सिंह ने किया. बैठक में धनबाद राजभाषा संदेश के संयुक्तांक 27–28 का विमोचन किया गया. बैठक में सदस्य कार्यालयों की अप्रैल–जून और जुलाई–सितंबर 2025 की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की गयी. उत्कृष्ट राजभाषा कार्यान्वयन के लिए वार्षिक “राजभाषा उत्कृष्टता पुरस्कार” का वितरण किया गया. इसमें प्रथम भारत कोकिंग कोल लिमिटेड, द्वितीय केंद्रीय कोयला आपूर्ति संस्थान (सेल) और तृतीय दामोदर घाटी निगम, मैथन डैम परियोजना जबकि प्रोत्साहन पुरस्कार भारतीय खाद्य निगम, प्रोत्साहन बीइएमएल लिमिटेड को दिया गया. वहीं कार्यालय श्रेणी में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल को प्रथम. मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय, पूर्व मध्य रेलवे को द्वितीय और कोयला खान भविष्य निधि संगठन को तृतीय जबकि खान सुरक्षा महानिदेशालय और राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय, धनबाद को प्रोत्साहन अवार्ड दिया गया. सीएमडी, बीसीसीएल मनोज कुमार अग्रवाल, उप महानिदेशक अजय सिंह, प्रेक्षक डॉ विचित्रसेन गुप्त ने कहा कि हिंदी प्रयोग में वृद्धि उत्साहजनक है, परंतु वास्तविक सफलता तभी मिलेगी जब कार्यालय औपचारिकता से आगे बढ़कर इसे व्यवहार की भाषा बनायेंगे. कार्यक्रम का समापन डीवीसी के हिंदी अधिकारी अरविंद कुमार सिंह के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ.
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