11 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद झारखंड के राज्यपाल और मुख्यमंत्री एक बार फिर धनबाद की धरती पर एक ही मंच पर नजर आने वाले हैं. यह क्षण 20 मई को बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय (बीबीएमकेयू) परिसर में आने जा रहा है, जहां झारखंड के राज्यपाल सह कुलाधिपति संतोष गंगवार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन संयुक्त रूप से बिनोद बाबू की प्रतिमा का अनावरण करेंगे.
इससे पहले 2014 में आइआइटी आइएसएम के दीक्षांत समारोह में तत्कालीन राज्यपाल सैयद अहमद और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एक साथ मंत्र पर मौजूद थे. उस कार्यक्रम में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी मुख्य अतिथि थे. 20 मई के कार्यक्रम को लेकर बीबीएमकेयू परिसर में तैयारियां जोरों पर हैं. रविवार को भी विश्वविद्यालय के वरीय अधिकारी कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर अंतिम चरण की तैयारियों की समीक्षा करते नजर आये. परिसर को सजाया-संवारा जा रहा है और सुरक्षा व्यवस्था को भी उच्च स्तरीय बनाया जा रहा है. जिला प्रशासन भी इस आयोजन को सफल बनाने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद है. सुरक्षा से लेकर ट्रैफिक और आमंत्रित अतिथियों की व्यवस्था तक की निगरानी स्वयं वरीय प्रशासनिक अधिकारी कर रहे हैं.कई सांसद, विधायक को किया गया है आमंत्रित :
इस कार्यक्रम में धनबाद एवं गिरिडीह के सांसदों के अलावा धनबाद एवं बोकारो जिला के सभी विधायकों, सिंडकेट के सदस्य दूसरे विधायकों के अलावा कई जन प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया है. बीबीएमकेयू के छात्रों में इस समारोह को लेकर काफी उत्सुकता है. कार्यक्रम में लगभग तीन हजार लोगों को आमंत्रित किया गया है. जर्मन हैंगर पंडाल बनाया जा रहा है. राज्यपाल एवं सीएम का कारकेड जिस मार्ग से गुजरेगा उसको दुरुस्त किया जा रहा है. लंबे समय से इस कार्यक्रम की तैयारी चल रही थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है