Dhanbad News : यात्रियों के सामान चोरी के लिए गिरोह अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं. ऐसा ही एक मामला शनिवार के अहले सुबह सामने आया है. गिरोह के तीन चोर ट्रेन संख्या 22323 शब्दभेदी एक्सप्रेस में सवार थे, वहीं धनबाद से एक चोर गाड़ी संख्या 12987 सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस में सवार हो गया. शब्दभेदी एक्सप्रेस के एस-4 के 73 नंबर बर्थ पर सफर कर रहे यात्री का दो ट्रॉली बैग चाेरी कर चोर तेतुलमारी-निचितपुर के बीच में चलती ट्रेन से उतर गये. वहीं पीछे से आ रही ट्रेन संख्या 12987 सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस में सवार दूसरे साथियों को ट्रेन में चढ़ाने के लिए चेनपुलिंग कर दी, तभी यात्रियों ने एक को पकड़ लिया. पकड़ाये साथी को छुड़ाने के लिए तीनों चोरों ने ट्रेन पर पथराव शुरू कर दिया. एसीपी छुड़ाने के लिए उतर रहे गार्ड पर भी पत्थरबाजी की गयी. मामले की जानकारी मिलते ही आरपीएफ रेस हो गयी.
आरपीएफ के संज्ञान में आते ही शुरू हुई कार्रवाई :
आरपीएफ की ओर से तेतुलमारी और मतारी स्टेशन के कैंपिंग स्टाफ को घटनास्थल पर जाने का निर्देश दिया गया. इसी बीच यात्रियों की मदद से एसीपी ठीक कर सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस को आगे के लिए प्रस्थान कराया गया. पारसनाथ स्टेशन पर ट्रेन को रोका गया. जांच में पता चला की चेन पुलिंग करते पकड़ाया युवक शब्दभेदी एक्सप्रेस में चोरी की घटना को अंजाम देने वाला का सहयोगी है. वह सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस को रोक चोरी के सामान के साथ अपने सहयोगियों को ट्रेन में सवार कराना चाह रहा था. एसीपी करने वाले अपराधी बिट्टू कुमार जहानाबाद का रहने वाला है. पूछताछ में उसने बताया कि जहानाबाद निवासी आकाश कुमार, सुमित मिश्रा और बख्तियारपुर निवासी गुड्डू पासवान उर्फ बाबू साहब अपराध में शामिल है.फोन पर रेल पुलिस को दी घटना की जानकारी :
कोलकाता के रहने वाले आयुष जायसवाल ने फोन कर रेल पुलिस को बताया कि उनकी चाची आराधना जायसवाल, बुआ शीला जायसवाल तथा दीदी रेणु जायसवाल गाड़ी संख्या 22323 शब्दभेदी एक्सप्रेस के कोच संख्या एस-4 के बर्थ संख्या 73, 76, 79 पर कोलकाता से वाराणसी तक यात्रा कर रहे थे. सात मार्च को समय करीब 03:00 बजे गाड़ी जब धनबाद स्टेशन पर पहुंची तो तीनों चोर ऊपर की बर्थ से नीचे आ गये. गाड़ी के धनबाद से खुलने के करीब 15 मिनट के बाद तीनों ने बुआ और दीदी का एक लाल रंग का तथा एक नेवी ब्लू रंग का ट्रॉली बैग तथा उसी कोच में यात्रा कर रहे एक अन्य व्यक्ति जनार्दन वानिक का एक स्मार्टफोन एवं एक पर्स चोरी कर चलती ट्रेन से नीचे कूद गये. इसके बाद अन्य यात्रियों द्वारा बार-बार चेन पुलिंग की गयी.घटनास्थल पर चोरी का बैग बरामद :
घटनास्थल से बरामद एक ट्रॉली बैग, जिसमें साड़ी व कपड़े के अलावा ज्वेलरी का खाली डब्बा एवं जबकि दूसरे ट्रॉली बैग में साड़ी व कपड़े के अलावा खाली ज्वेलरी का डब्बा, 11 हजार नकद व अन्य सामान थे. एक नीले रंग का लेडीज पर्स तथा एक स्मार्टफोन भी बरामद हुआ.पटना से आये थे अपराधी :
छह मार्च को चोर गिरोह पटना स्टेशन से उपासना एक्सप्रेस पकड़ कर आसनसोल स्टेशन आया था. चारों लोग आसनसोल स्टेशन से शब्दभेदी एक्सप्रेस के कोच सं एस-4 में सवार हो गये और धनबाद स्टेशन तक आये. गिरोह के सरगना सुमित मिश्रा ने बिट्टू को धनबाद स्टेशन पर ही उतर कर सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस से सवार होकर आ जाने को कहा था. अन्य तीनों उसी ट्रेन में थे. तेतुलमारी-निचितपुर के बीच ट्रेन से यात्रियों का दो ट्रॉली बैग, एक स्मार्टफोन, एक पर्स एवं अन्य सामान चोरी कर ट्रेन से उतर गए और अगले ट्रेन सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस में बिट्टू धनबाद में चढ़ा था एवं अपने साथियों से फोन पर बात कर रहा था. सुमित ने तेतुलमारी स्टेशन पार करते ही चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोकने के लिए बोला, ताकि तीनों साथी ट्रेन में चढ़कर गया स्टेशन तक पहुंच जाते, लेकिन उसने जैसे ही चेन पुलिंग की उसे यात्रियों ने पकड़ लिया.कई घटनाओं को अंजाम देने का है आरोपी :
उसने बताया कि गिरोह ने आसनसोल स्टेशन से डीडीयू स्टेशन के बीच ब्लॉक सेक्शन में गाड़ी में एसीपी कर चोरी व लूटपाट करने की ऐसी घटनाओं का पूर्व में भी कई बार अंजाम दिया गया है. आयुष जायसवाल द्वारा घटना के संबंध में लिखित प्रतिवेदन के बाद रेल थाना में मामला दर्ज कर बिट्टू को गिरफ्तार किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है