शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) में अमृत भारत योजना के तहत 20 जून से अमृत फार्मेसी शुरू हो जायेगी. यहां 10 से 70 प्रतिशत तक रियायती दर पर दवा, इंप्लांट व सर्जिकल सामान उपलब्ध होंगे. शनिवार को अधीक्षक डॉ डीके गिंदौरिया ने ओपीडी के समीप बन रही फार्मेसी का निरीक्षण किया. इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय की अमृत योजना के तहत बहाल मेडिकल स्टोर खोलने वाली कंपनी एचएलएल के प्रतिनिधि मौजूद थे. अमृत फार्मेसी के लिए अस्पताल प्रबंधन ने कंपनी को ओपीडी के पास जगह उपलब्ध करायी है. वर्तमान में यहां बुजुर्ग मरीजों के लिए रैंप, सीढ़ी का निर्माण कार्य कराया जा रहा है. मरीजों के बैठने व पेयजल की समुचित व्यवस्था करने का निर्देश अधीक्षक ने दिया है.
सीधे कंपनी से खरीदने के चलते सस्ती मिलती हैं दवाएं :
आमतौर पर मेडिकल स्टोर संचालक थोक दवा विक्रेता और थोक स्टॉकिस्ट से दवा खरीदते हैं. इन सभी का कमीशन होने के कारण दवा मरीज तक पहुंचते-पहुंचते कीमत काफी अधिक ही जाती है. अमृत फार्मेसी सीधे कंपनी से दवा खरीदकर मरीजों को बेचेगी. इसलिए दवा सस्ती होगी.कोई भी व्यक्ति डॉक्टर का पर्ची दिखाकर ले सकेगा दवा :
राज्य सरकार की ओर से इससे पहले अस्पताल परिसर में जनऔषधि केंद्र खोला गया था. इस केंद्र पर जेनेरिक दवाएं ही मिलती हैं. अमृत फार्मेसी में जेनेरिक दवाओं के साथ-साथ कंपनी की दवाएं भी रहेंगी. साथ ही, सर्जिकल सामान भी कम कीमत पर मिलेंगे. कैंसर की दवाएं मरीज को बाजार से 40 से 60 प्रतिशत कम कीमत पर मिलेंगी. जेनेरिक दवाएं करीब 70 प्रतिशत, एथिकल दवाएं 10 से 30 प्रतिशत और सर्जिकल सामान 40 से 60 प्रतिशत सस्ता मिलेगा. यहां कोई भी मरीज डॉक्टर का पर्ची दिखाकर दवा ले सकेगा. वर्जनअमृत फार्मेसी शुरू करने के लिए कंपनी को 20 जून तक का समय दिया गया है. इस दिन तक दवा वितरण सेवा शुरू करने का निर्देश है. इससे मरीजों को लाभ होगा. दवा के लिए मरीजों को बाहर नहीं जाना पड़ेगा. यहां रियायती दर पर महंगी से महंगी दवा मरीजों को मिलेंगी. साथ ही रियायती दर पर इंप्लांट की सामग्री भी मिलेगी.
डाॅ डीके गिंदौरिया,
अधीक्षक, एसएनएमएमसीएचडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है