Dhanbad News : मैथन के गोगना गांव के ग्रामीणों के विरोध के बाद डीवीसी प्रबंधन ने मंगलवार को वाटर एडवेंचर बोटिंग का उद्घाटन कार्यक्रम रद्द कर दिया. एडवेंचर के लिए लाये गये बोट को वापस ट्रक पर लोड कर ले गये. उसके बाद ग्रामीण शांत हुए और वापस चले गये. प्रबंधन ने उद्घाटन को ले चेयरमैन कैंप हाउस में पंडाल व अन्य तैयारी की थी. लेकिन विरोध को देखते हुए सुबह ही पंडाल को खोल दिया. इस दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने विधायक अरूप चटर्जी व डीवीसी चेयरमैन का पुतला जलाया और खिलाफ में नारेबाजी की.
क्या है मामला
वाटर एडवेंचर के विरोध में सुबह से ही डैम के निकट रहने वाले गोगना गांव के महिला-पुरुष पारंपरिक हथियार व काला झंडा के साथ मैथन छठ घाट स्थित उदघाटन स्थल पहुंचे. इस दौरान एडवेंचर के विरोध में विधायक अरूप चटर्जी व चेयरमैन एस सुरेश कुमार का पुतला जलाया और नारेबाजी की. ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए डीवीसी का कोई भी अधिकारी स्थल पर नहीं दिखा. एहतियात के तौर पर मैथन ओपी पुलिस व सीआइएसएफ के जवान मौजूद थे. ग्रामीणों ने पुलिस से एडवेंचर के लिए लाऐ गये बोट को अविलंब ले जाने की मांग की. ग्रामीणों का तेवर देख सभी वाटर बोटों को ट्रक पर लोड ले जाया गया. सभी सामान ले जाने तक ग्रामीण वहीं डटे रहे, उसके बाद घर लौटे.प्रबंधन पर वादाखिलाफी का लगाया आरोप
ग्रामीणों का आरोप था कि डीवीसी प्रबंधन शुरू से ही वादाखिलाफी करता रहा है. डैम बनने के दौरान जिन गांवों को विस्थापित किया गया, उनका अभी तक मालिकाना हक नहीं दिया गया. आदिवासियों को जल, जंगल व जमीन से वंचित करना डीवीसी चाहता है, जो कभी होने नहीं दिया जायेगा. कहा कि गोगना गांव के बेरोजगोर युवक नौका चलाकर जीविका चलाते हैं. लेकिन प्रबंधन निजी फायदा के लिए ग्रामीणों की रोजी-रोटी छीनना चाहता है. इसलिए घाट का टेंडर किया जा रहा है. उसे हमलोग कतई होने नहीं देंगे. कहा कि डीवीसी प्रबंधन ने एग्रीमेंट करने के बावजूद विसथापितों व आसपास के ग्रामीणों को शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी, बिजली सहित मुलभूत समस्या से वंचित रखा है. विरोध करने वालों में विस्थापित समिति के अध्यक्ष वासुदेव महतो, मांझी हडाम शंभु मरांडी, मोती हेंब्रम, उत्पल चक्रवर्ती, सुनील मरांडी सहित सैकड़ों लोग थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

