धनबाद के 389 चार्टर्ड अकाउंटेंट को वाणिज्यकर ने झारखंड प्रोफेशनल टैक्स (जेपीटी)के लिए नोटिस दिया है. पिछले 13 सालों से चार्टर्ड एकाउंटेंट ने जेपीटी का भुगतान नहीं किया है. वाणिज्यकर विभाग के सचिव अमिताभ कौशल के निर्देश पर प्रोफेशन टैक्स की वसूली को लेकर कार्रवाई शुरू की गयी है. वाणिज्यकर विभाग के अधिकारियों के मुताबिक चार्टर्ड अकाउंटेंट को सालाना 2500 रुपये प्रोफेशनल टैक्स देना है. 389 चार्टर्ड अकाउंटेंट पर 1.30 करोड़ रुपया प्रोफेशनल टैक्स का बकाया है. वहीं चिकित्सकों, प्राइवेट स्कूल, नर्सिंग होम आदि को भी प्रोफेशनल टैक्स के लिए नोटिस भेजा जा रहा है.
10 मई तक भुगतान करने का नोटिस, बैंक एकाउंट जब्त करने की चेतावनी :
10 मई तक सभी चार्टर्ड अकाउंटेंट को विभाग में उपस्थित होकर निबंधन के साथ टैक्स का भुगतान कराने को कहा गया है. ऐसा नहीं करनेवाले चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी. बैंक एकाउंट भी जब्त हो सकता है. झारखंड प्रोफेशनल टैक्स 2012 से लागू किया गया है. इसके तहत विभिन्न आय वर्ग के लोगों के लिए वार्षिक स्तर पर अलग-अलग टैक्स स्लैब निर्धारित किया गया है. यहां के चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ने जो रिटर्न भरा है, उसमें जेपीटी का भुगतान नहीं हुआ है. निर्धारित तिथि तक टैक्स का भुगतान नहीं करने पर जुर्माना के साथ टैक्स वसूला जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है