धनबाद : ड्यूरेबिलिटी को ध्यान में रखकर इंटीग्रेटेड सड़क की परिकल्पना की गयी. आम सड़क से तीन गुणा अधिक राशि का प्राक्कलन तैयार किया गया. ताकि सड़क व नाली मजबूत बने और 15 से 20 साल तक टिकी रहे. काम की क्वालिटी की देखरेख के लिए अलग से मास एंड वाइड नामक कंपनी को हायर किया गया, ताकि काम की गुणवत्ता ठीक रहे. इसके बावजूद योजनाओं में काम की गुणवत्ता ठीक नहीं मिल रही है.
23 जनवरी को मेयर ने गुहीबांध से मोदीडीह में बन रही इंटीग्रेटेड सड़क में गड़बड़ी पकड़ी. 24 जनवरी को मुख्य अभियंता एसके सिन्हा व कार्यपालक अभियंता ने वार्ड नंबर 26 में बन रही इंटीग्रेटेड सड़क में निम्न गुणवत्ता की सामग्री का उपयोग होते हुए पकड़ा. नाली को तोड़कर पुन: बनाने का निर्देश दिया गया था.
जांच में लगातार मिल रही गड़बड़ी को देखते हुए पांचों अंचल में चल रही विकास योजनाओं की जांच करायी गयी. जांच अधिकारियों ने रिपोर्ट भी सौंप दी. लेकिन आज तक जांच रिपोर्ट का खुलासा नहीं हुआ. जांच रिपोर्ट पर अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं. कहा जा रहा है कि जांच के नाम पर मात्र खानापूर्ति की जा रही है.
- 20 जनवरी को पांचों अंचल में पांच टीम ने की थी योजनाओं की जांच
- जांच में मिली थी अनियमितता, जांच रिपोर्ट पर कुछ भी बोलने से कतराते हैं अधिकारी
- 23 को मेयर ने गुहीबांध व 24 को मुख्य अभियंता ने विनोद नगर में पकड़ी थी विकास कार्य में गड़बड़ी
- नहीं हुई संवेदक व अभियंता पर कार्रवाई