धनबाद-पटना : धनबाद के बहुचर्चित फारवर्ड ब्लॉक नेता सुशांतो सेनगुप्ता हत्या कांड और वासेपुर के गैंग्स्टर फहीम खान हमला कांड में शूटर तबरेज आलम उर्फ तब्बू की शुक्रवार को पटना कोतवाली थाना के समीप हत्या कर दी गयी. बिहार व झारखंड के हिस्ट्रीशीटर और सीवान के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के शूटर रहे तबरेज को अपराधियों ने 3:40 बजे रिवाल्वर से चार गोलियां मारीं.
मौके पर ही तब्बू की मौत हो गयी. घटना की जानकारी मिलने पर एसएसपी मनु महाराज समेत पुलिस के कई पदाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. इस संबंध में उसकी पत्नी शमा परवीन के बयान पर पटना कोतवाली थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. इसमें शमी मल्लिक (अरवल), डब्ल्यू मुखिया (सब्जीबाग), फारुख आजम (जहानाबाद) और अंजार आलम (जहानाबाद ) को नामजद किया गया है. पुलिस इन सभी को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है.
पहचान छुपा कर फ्रेजर रोड में रह रहा था
कई केसों में आरोपित तबरेज के कई दुश्मन थे. वह अपनी पहचान छुपा कर फ्रेजर रोड में ग्रैंड चंद्रा अपार्टमेंट में फ्लैट 304 में पत्नी शमा परवीन और दो बच्चों के साथ रह रहा था. तबरेज जहानाबाद का मूल निवासी है. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि पत्नी के बयान पर जिन चार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है, इनलोगों से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था.
दो दिन पहले फुलवारीशरीफ के नौसा में अंजार आलम अपार्टमेंट बनवा रहा था और तबरेज ने काम रुकवा दिया था. इसके बाद अंजार ने जान मारने की धमकी दी थी.
धनबाद में पहली बार तब्बू ने की थी एके-47 से फायरिंग
30 जनवरी, 2004 को तब्बू ने गैंग्स ऑफ वासेपुर के गैंगस्टर फहीम खान को मारने के लिए आधी रात को एके-47 से ताबड़तोड़ फायरिंग की थी. धनबाद कोयलांचल की धरती पर एके-47 से फायरिंग की वह पहली घटना थी. हालांकि फहीम जान बचाने में सफल रहा. भागने के दौरान कूदने से उसका पैर टूट गया. फहीम का निजी अंगरक्षक विनोद शर्मा मारा गया. फहीम के नौकर सईद के पैर में भी गोली लगी थी. फहीम पर हमला के बाद तब्बू के साथ तनवीर व सलमान नामक शूटर मारूति वैन से भाग रहे थे.
इनको पुलिस सिटी पेट्रोलिंग ने बेकारबांध तालाब के समीप रोकने की कोशिश की. पुलिस के साथ मुठभेड़ हुई. इस दौरान पुलिस चालक मारा गया, लेकिन तीनों को दबोचने में पुलिस सफल रही. फहीम हमला कांड में बैंकमोड़ थाना में कांड संख्या 69-2004 केस दर्ज हुआ. मामले में जेल में बंद फहीम के विरोधी साबिर आलम को षडयंत्रकारी बताते हुए तीनों शूटरों के साथ वाहिद आलम, शाहिद आलम, साकेब अफजल, मुन्ना प्रेस वाला, पप्पू अगरबत्ती वाला आदि आरोपी बनाया गया.
धनबाद थाना में पुलिस मुठभेड़ से संबंधित केस नंबर 70-2004 के तहत केस दर्ज हुआ. बाद में तब्बू के खिलाफ धनबाद थाना में हत्या की नियत के जानलेवा हमला करने का केस 195-2005 दर्ज हुआ. निरसा के फारवर्ड ब्लॉक नेता सुशांतो सेनगुप्ता हत्या कांड की सीबीआइ जांच में तब्बू का नाम आया. सीबीआइ ने तब्बू के खिलाफ चार्जशीट किया, जिसका ट्रायल चल रहा है.