मधुपुर. करौं प्रखंड क्षेत्र की बघनाडीह पंचायत के भितिया गांव में स्वयं सेवी संस्था आश्रय के तत्वावधान में मंगलवार को महिलाओं को बाल संरक्षण समिति की बैठक आयोजित हुई. बैठक में संस्था की रेखा देवी ने महिलाओं को उनके कार्य, दायित्व व बच्चों के शिक्षा, बाल विवाह, बाल श्रम, बाल यौन उत्पीड़न को लेकर चर्चा की. बताया कि बाल श्रम बाल्यावस्था से वंचित करता है, स्कूल जाने से रोकता है, बच्चों के शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य एवं विकास के लिए भी हानि होती है. बाल विवाह से होने वाली नुकसान कम उम्र में गर्भधारण करना बच्चे एवं उसके मां दोनों को प्रभावित करता है. कहा कि घर की जिम्मेदारी से बच्चे अपने अधिकारों से वंचित रह जाते हैं. बाल विवाह से घरेलू हिंसा भी बढ़ जाती है. स्वास्थ्य शिक्षा विकास पर असर होता है. उन्होंने कहा कि बैठक में यह निर्णय लिया गया कि बाल विवाह रोकथाम को लेकर किशोरियों को कन्या दान योजना से जोड़ा जायेगा. इस योजना से जरूरतमंद परिवारों के किशोरियों को चिन्हित कर योजना से जोड़ा जायेगा और जो बच्चे नियमित स्कूल नहीं जा रहे हैं उसको परिवार से मिलकर नियमित करना चाहिए, जिससे बच्चों को उसका अधिकार मिले. मौके पर आंगनबाड़ी सेविका, सहिया व ग्रामीण महिलाएं मौजूद थे. ———– वीएलसीपीसी कमेटी की बैठक आयोजित
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