वरीय संवाददाता, देवघर : कुंडा थानांतर्गत चांदडीह बसवरिया हाइस्कूल में कार्यरत लिपिक का एटीएम कार्ड नगर थाना क्षेत्र के सारवां मोड़ के समीप स्थित एसबीआइ एटीएम काउंटर की मशीन में फंस गया. काउंटर के अंदर कागज में चिपके हेल्पलाइन नंबर को देखकर उन्होंने संपर्क किया, तो धारक ने खुद को एटीएम इंजीनियर बताते हुए झांसा देकर उनका एटीएम पिन पूछ लिया. इसके बाद उनके एटीएम कार्ड के जरिये 20 हजार रुपये की निकासी कर ली गयी. घटना के बाद पीड़ित लिपिक संतोष कुमार पहले अपनी शिकायत देने कुंडा थाना पहुंचा, जहां से उन्हें साइबर थाने में शिकायत देने की सलाह दी गयी. इसके पश्चात संतोष शाम करीब पांच बजे अपनी शिकायत देने साइबर थाना पहुंचा. जानकारी के मुताबिक, संतोष मूल रूप से बिहार अंतर्गत भागलपुर जिले के पीरपैंती गांव के रहने वाले हैं. यहां चांदडीह बसवरिया हाइस्कूल में बतौर लिपिक कार्यरत हैं. रविवार दोपहर बाद वह नगर थाना क्षेत्र के सारवां मोड़ के समीप स्थित एसबीआइ एटीएम में रुपये निकासी करने गये, जहां कोई गार्ड नहीं था. एटीएम कार्ड को मशीन में डालते ही फंस गया, जो नहीं निकला. काफी मशक्कत के बाद भी उन्होंने एटीएम कार्ड नहीं निकाल सका. इस क्रम में काउंटर की दीवार पर चिपके एक कागज में हेल्पलाइन नंबर देखकर उस पर कॉल लगाया. रिसिव होते ही कॉलर ने खुद को एटीएम इंजीनियर बताते हुए उनसे पुन: एटीएम मशीन में कुछ नंबर व साथ में पिन डायल कराया. इस क्रम में अगले ने पिन की जानकारी ले ली. उसके बाद संतोष से कहा कि आज रविवार है, इसलिए सोमवार को उनका एटीएम कार्ड निकाल दिया जायेगा. वहां से संतोष निकला ही था कि महज कुछ ही देर में एकाउंट से 20 हजार रुपये की निकासी का मैसेज आया. वापस लौटकर वहां आया, तो एटीएम काउंटर में कोई नहीं था और उसका एटीएम कार्ड भी गायब मिला. जानकारी हो कि इन दिनों देवघर व जसीडीह के बिना गार्ड वाले कई एटीएम साइबर अपराधियों की जद में है. लगातार ग्राहकों का कार्ड इस तरह फंसता है और रुपये निकासी हो रही है. शिकायत मिलने के बावजूद भी साइबर थाने की पुलिस इन मामलों में सुराग तक नहीं खाज सकी है.
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