देवघर. नगर थाना क्षेत्र के सिविल लाइन बेलाबगान मुहल्ला में रह रहे एक शिक्षक साइबर ठगी का शिकार हो गये. शिक्षक को एक फर्जी इंवेस्टमेंट एप के माध्यम से रोजाना 5000 रुपये कमाने का सपना दिखाकर लाखों की चपत लगायी गयी. शिक्षक ने मामले की शिकायत साइबर थाना में की है. पीड़ित शिक्षक बिहार के सोनो थाना क्षेत्र के निवासी हैं और वर्तमान में बांका जिले के बौंसी इलाके में कार्यरत हैं. देवघर में मकान बनाकर रह रहे शिक्षक को एक अज्ञात व्यक्ति ने मोबाइल एप के जरिये निवेश का झांसा दिया. शुरुआत में शिक्षक ने कम राशि लगायी, जिसका कुछ रिटर्न मिला. इसके बाद भरोसा बन गया और उन्होंने तीन लाख रुपये निवेश कर दिये. कुछ किस्तों में 1.50 लाख रुपये लौटाकर एप पर अकाउंट होल्ड कर दिया गया. बाद में कहा गया कि मैच्योरिटी पाने के लिए 25 प्रतिशत राशि और जमा करनी होगी. जब शिक्षक को संदेह हुआ, तो वे साइबर थाना पहुंचे. पुलिस ने पूरे ट्रांजेक्शन डिटेल्स के साथ शिकायत देने को कहा है. उन्हें बताया गया था कि इंवेस्ट करने पर 120 दिनों तक प्रतिदिन लगातार 5000 रुपये की कमायी होगी. इसके बाद इंवेस्ट किया गया मूलधन भी वापस कर दिया जायेगा. मोटी कमाई के लालच में शिक्षक ने पहले छोटी-मोटी रकम इंवेस्ट किया, जिसका उन्हें मुनाफे के साथ रिटर्न भी मिला. इसके बाद उन्होंने तीन लाख रुपये इंवेस्ट कर दिया. इसी बीच उन्हें 1.50 लाख रुपये मुनाफा बताकर कई किश्तों में वापस भी किया गया था. मामले में पीड़ित शिक्षक ने साइबर थाने की पुलिस से कार्रवाई की मांग की है.
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