Shravani Mela 2026, देवघर (संजीत मंडल): झारखंड सरकार ने राजकीय श्रावणी मेला 2026 को और अधिक सुगम, सुरक्षित तथा तकनीक आधारित बनाने के लिए व्यापक तैयारी शुरू कर दी है. रविवार को देवघर परिसदन में हुई उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार ने स्पष्ट निर्देश दिये कि इस बार श्रद्धालुओं को कावड़िया पथ से लेकर मंदिर परिसर और बासुकीनाथ तक हर स्तर पर बेहतर और सुव्यवस्थित सुविधाएं मिलनी चाहिए. बैठक में मंत्री ने कहा कि अब अस्थायी व्यवस्थाओं पर मात्र अस्थायी समाधान नहीं, बल्कि स्थायी और तकनीकी रुख अपनाया जाएगा ताकि हर श्रद्धालु को सुरक्षित, स्वच्छ और सहज अनुभव मिले. देवघर के डीसी नमन प्रियेश लकड़ा तथा दुमका के उपायुक्त अभिजीत सिन्हा सहित सभी संबंधित विभागों ने अपनी-अपनी तैयारियों की रिपोर्ट प्रस्तुत की.
कावड़िया पथ PQC रोड, केनोपी व एफओबी सुधार
मंत्री सुदिव्य सोनू ने दुम्मा से खिजुरिया तक कावड़िया पथ पर PQC रोड निर्माण और पूरे मार्ग पर केनोपी लगाने के निर्देश दिया. खिजुरिया से शिवगंगा तक बनाए जा रहे फुटओवर ब्रिज (F.O.B.) की डीपीआर में आवश्यक संशोधन कर उसे और आधुनिक तथा सुरक्षित बनाने को कहा गया. बिजली विभाग को कावड़िया पथ से पोल व ट्रांसफार्मर हटाने के भी निर्देश दिए गये ताकि मार्ग निर्बाध और सुरक्षित रहे.
मेला क्षेत्र में आधुनिक शौचालय, पेयजल व स्नानागार
मंत्री ने कहा कि मेला क्षेत्र में आधुनिक शौचालय कॉम्प्लेक्स, पेयजल स्टेशनों और स्नानागार की संख्या बढ़ाई जाएगी. साथ ही आवश्यक स्थलों पर शीघ्र निर्माण आरंभ किया जाएगा. नेहरू पार्क में शौचालय–स्नानागार का निर्माण, शिवगंगा घाट पर स्टेटिक वाटर जेटिंग सिस्टम लगाने और घाटों के स्टेप-राइजिंग कार्य को प्राथमिकता दी गई है.
आरएफआईडी टेक्नोलॉजी होगी और प्रभावी
बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा के मद्देनजर पहले से लागू RFID तकनीक को और मजबूत तथा उपयोगी बनाने के निर्देश दिये गये. मंत्री ने कहा कि तकनीक की मदद से हर श्रद्धालु को सुरक्षित व सहज अनुभव मिलना चाहिए.
क्यू कॉम्प्लेक्स और होल्डिंग पॉइंट सुविधायुक्त होंगे
मंत्री ने निर्देश दिया है कि क्यू कॉम्प्लेक्स को हवादार, सुव्यवस्थित और सुविधायुक्त बनाने तथा मंदिर परिसर के आसपास आधुनिक होल्डिंग पॉइंट बनाने का प्रस्ताव तैयार कर भेजा जाए. साथ ही भीड़ भाड़ वाले जगह पर श्रद्धालुओं के इंतजार करने का स्थान आरामदायक होना चाहिए.
अस्थायी टेंट सिटी व वाहन पड़ाव के लिए जमीन चयनित करने का निर्देश
मंत्री ने अस्थायी टेंट सिटी, पार्किंग स्थल और वाहन पड़ाव के लिए उपयुक्त जमीन शीघ्र चिन्हित करने का आदेश दिया, ताकि मेले के दौरान व्यवस्थाएं निर्बाध रहें.
बेलपत्र से अगरबत्ती निर्माण और नीर ट्रीटमेंट प्लांट
मंदिर परिसर में प्रतिदिन आने वाले बेलपत्र के उपयोग से अगरबत्ती बनाने तथा परिसर में नीर ट्रीटमेंट प्लांट जल्द शुरू करने के निर्देश दिये गये. मंत्री ने कहा कि इससे सफाई के साथ-साथ स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी बनेंगे.
देवघर-बासुकीनाथ यातायात व शटल सेवाएं
देवघर से बासुकीनाथ तक के मार्ग, रेलवे स्टेशन से श्रद्धालुओं की आवाजाही और मेला क्षेत्र की यातायात व्यवस्था को बेहतर करने पर विशेष चर्चा हुई. साथ ही रूट डायवर्जन, शटल सेवाओं तथा ट्रैफिक व्यवस्था को मजबूत करने के उपाय सुझाये गये.
बासुकीनाथ में पुलिस आवासन व शौचालय-सुविधाएं
मेला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बासुकीनाथ में स्थायी पुलिस आवासन, नया पुलिस ओपी और महिला-पुरुष-दिव्यांग के लिए अलग-अलग शौचालय–स्नानागार बनाने की प्रक्रिया तेज करने का निर्देश दिया गया.
20 गलियों में नाला-सड़क पुनर्निर्माण और अतिक्रमण पर लगे रोक
देवघर मंदिर से जुड़ी 20 प्रमुख गलियों- जैसे शिवगंगा लेन, पंडा लेन, बैद्यनाथ लेन, एफओबी, सी.पी. ड्रोलिया रोड में नाला तथा सड़क पुनर्निर्माण, अतिक्रमण रोकने हेतु बैरिकेडिंग और बेहतर रोशनी व्यवस्था पर कार्यवाही करने के आदेश दिये गये.
सभी विभागों की संयुक्त समीक्षा
बैठक में पुलिस, पीडब्ल्यूडी, विद्युत, पेयजल, नगर निगम, स्वास्थ्य, खेलकूद व जनसंपर्क सहित सभी विभागों ने अपनी प्रगति रिपोर्ट पेश की. मंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिये कि नीति, समन्वय और समयसीमा, इन तीनों पर कड़ाई से पालन आवश्यक है.

