मधुपुर. शहर के भगत सिंह चौक पर रविवार को जनवादी संगठन के तत्वावधान में भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शहीद-ए-आजम भगत सिंह को याद किया. इस अवसर पर डाॅ उत्तम पीयूष ने कहा कि भगत सिंह एक दार्शनिक क्रांतिकारी थे. दरअसल ब्रिटिश हुकूमत को चुनौती देने की एक जोरदार कोशिश थी. उनके सपनों का भारत अभी बाकी है. धनंजय प्रसाद ने कहा कि मौजूदा समय शायद अब तक का सबसे कठिन समय है. यहां चुनौतियां ही चुनौतियां है. उन्होंने नौजवानों को भगतसिंह के सपनों का भारत बनाने अपील की. वे भ्रमित न होकर वैज्ञानिक सोच के तहत आगे बढ़ें और साम्राज्यवादी शक्तियों से मुकाबला करते सही लोकतंत्र कायम करें. मजदूर नेता प्रवीण शरण ने कहा कि भगत सिंह जिस साम्राज्यवादी शक्तियों से लड़ते हुए फांसी पर चढ़े वे और बलवती होकर सब पर काबिज है. कामगार नेता सुरेश गुप्ता ने कहा भगत सिंह जैसे क्रांतिकारियों के बूते आज हम आजाद हवा में सांस ले रहे हैं. मौके पर शंभूनाथ मोदी, मनोज झा, सुरेश हेंब्रम, विक्की, बंटी समेत दर्जनों लोगों ने प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्पार्पण किया. इधर, शहर के भेड़वा नावाडीह स्थित राहुल अध्ययन केंद्र में शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव की शहादत दिवस पर उन्हें याद किया गया. मौके पर लोगों ने तीनों विभूतियों की तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किये.
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