प्रमुख संवाददाता, देवघर : महिला सुरक्षा और लैंगिक समानता विषय पर आयोजित दो दिवसीय राज्यस्तरीय संवाद कार्यक्रम का बुधवार को समापन हो गया. समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य ममता कुमारी ने कहा कि झारखंड में बढ़ रहा डिजिटल क्राइम अत्यंत चिंता का विषय है. इससे सभी महिलाएं खास तौर से किशोरियों को अलर्ट रहने की जरूरत है. डिजिटल क्राइम जिसमें महिलाएं टारगेट होती हैं, इसके समाधान के लिए प्रयासरत हैं. उन्होंने कहा कि महिलाओं को खुद की सुरक्षा के लिए सबसे पहले शिक्षित होना होगा. आत्मनिर्भर बनना होगा, इससे महिलाएं सशक्त होंगी और जब सशक्त होंगी, तो अपनी सुरक्षा आप कर पायेंगी. अब समाज में बदलाव आ रहा है. महिलाओं को अब उनके घरों में सम्मान मिल रहा है, क्योंकि अब महिलाएं पढ़-लिखकर पुरुषों के मुकाबले देश की अर्थव्यवस्था में योगदान दे रही हैं. इसलिए अब बराबरी का अधिकार मिलना शुरू हो गया है. ग्रामीण इलाकों में अभी परिवर्तन आना बाकी है, धीरे-धीरे सामाजिक बदलाव आयेगा. उन्होंने आने वाले अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के लिए झारखंड की महिलाओं को शुभकामनाएं दीं. इससे पहले सत्र में महिला सुरक्षा, समानता और सशक्तिकरण को लेकर व्यावहारिक समाधान और ठोस कार्ययोजनाओं पर चर्चा हुई. कार्यक्रम में जमीनी स्तर के दो महिलाओं ने अपने संघर्ष की कहानी सुनायी. इनमें चतरा के गंधरिया पंचायत की मुखिया अनिता देवी, जो कि लगातार तीन बार मुखिया बनीं हैं, ने भी अपने संघर्ष की जीवनी बतायी. दूसरे बिरसा दिव्यांग समिति के प्रियतम कुमार जो कि लगभग 85 % दिव्यांग हैं ने अपने जीवन के संघर्ष की कहानी बतायी. कार्यक्रम को सफल बनाने में चेतना विकास की पूरी टीम का सहयोग रहा. हाइलाइट्स महिला सुरक्षा और लैंगिक समानता संवाद कार्यक्रम में पहुंची राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य झारखंड में बढ़ रहा डिजिटल क्राइम चिंता का विषय, अलर्ट रहें महिलाएं समाज में बदलाव आ रहा है, महिलाएं समान अधिकार ले रही हैं ग्रामीण इलाकों में अभी बहुत कुछ करना बाकी
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