देवघर : देवघर जिले की महत्वाकांक्षी और पुरानी बुढैई जलाशय योजना को फॉरेस्ट क्लियरेंस मिल गया है. इस प्रोजेक्ट के अधीन 541.23 हेक्टेयर वन भूमि के कारण यह मामला लटका हुआ था. लेकिन राज्य सरकार ने पेडिंग सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने की दिशा में गंभीरता दिखायी. झारखंड सरकार ने बुढ़ैई जलाशय योजना को फॉरेस्ट क्लियरेंस दिलाने के लिए 541.23 हेक्टेयरवन भूमि उत्तर कोयल प्रोजेक्ट में उपलब्ध करा दिया है.
ज्ञात हो कि बुढ़ैई स्थित पतरो नदी पर 1521 करोड़ की लागत से बनने वाले जलाशय योजना का जल्द ही टेंडर निकाला जायेगा. बुढ़ैई जलाशय योजना के लिए बनाये गये डीपीआर के अनुसार इस योजना की उम्र एक सौ साल होगी. जलाशय योजना का कमांड एरिया 40 हजार 583 हेक्टेयर होगा. योजना से कुल 37 गांव प्रभावित होंगे. ये गांव आंशिक या पूर्ण रूप से डूब क्षेत्र में आयेंगे.
क्या-क्या होगा बुढैई जलाशय में
कैनाल निर्माण में 541.23 हेक्टेयर भूमि वन विभाग का पड़ती है. बुढ़ैई डैम की कुल लंबाई 5.747 किलोमीटर होगी. इसकी सबसे अधिक ऊंचाई 27.50 मीटर होगी. इसमें दो केनाल बनाये जायेंगे. बायें केनाल से प्रति सेकेंड नौ क्यूसेक पानी छोड़ने की क्षमता होगी, जबकि दायें केनाल से 8.6 क्यूसेक पानी प्रति सेकेंड छोड़ा जा सकेगा. दोनों केनाल से हजारों हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी.