देवघर: गुप्त सूचना के आधार पर नगर पुलिस ने बंपास टाउन स्थित धनगोर के समीप से दो सहयोगियों के साथ अपराध की योजना बनाते सुनील दास को धर-दबोचा. पुलिस सूत्रों की मानें तो उन लोगों के पास से हथियार बरामदगी की भी बातें सामने आ रही है.
हालांकि पुलिस के कोई अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं. पूरे मामले में पुलिस गोपनीयता बरत रही है. सुनील को पूछताछ के लिए पुलिस ने नगर थाना क्षेत्र से अन्यत्र हटा रखा है. उससे मिले सुराग के आधार पर पुलिस ने बिहार अंतर्गत जमुई जिले के चंद्रमंडीह थाना क्षेत्र में छापेमारी अभियान भी चला रखी है.
पुलिस को जानकारी मिली है कि हाल के दिनों में शहर में बाइक चोरी, छीनतई आदि घटनाओं में सुनील व उसके सहयोगियों की संलिप्तता है. सुनील ने अपने संगठन में चंद्रमंडीह सहित आसपास के कई अन्य इलाकों के लड़कों को शामिल किया है. जो उसके लिए शहर व आसपास के इलाके मेंअपराध की घटना को अंजाम देते हैं.
ठगी से अपराध की दुनिया में रखा कदम
अपराध की दुनिया में कदम रखने से पहले वह प्राइवेट टयूटर था. वह जलसार तालाब के समीप अपने छोटे भाई के साथ एक किराये के मकान में रहता था. इसी बीच आर्थिक तंगी के कारण वह नौकरी दिलाने के नाम पर करौं के एक लड़के को अपने जाल में फंसाया. सुनील ने उसके पास से 70 हजार रुपये ठगे थे. नौकरी का फरजी ज्वाइनिंग लेटर भी उसे दिया था. मगर बात खुलने की बात पर उसने अपने तथाकथित प्रेमिका व अपने छोटे भाई के साथ मिल कर पहले उसकी हत्या कर दी. बाद में टुकड़े-टुकड़े कर लाश को बोरी में भर कर ठिकाने लगाने वाला था. इसी बीच कुछ सबूत जगजारि हो गई.
पुलिस ने छानबीन कर उसके साथ-साथ उसकी प्रेमिका और भाई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. था. बाद में वहआर्म्स के बल पर कई बाइक लूटने के आरोप में बाइक सहित पुलिस के हाथ चढ़ा था.
कई कांडों का है आरोपित
पुलिस को सुनील का लंबे समय से इंतजार था. इससे पहले उसने एक नृशंस हत्या, बाइक लूट, बैजनाथपुर स्थित दूकान से डाकेजनी व छीनतई की घटना को अंजाम दिया है. हत्या व आम्स एक्स के मामले में वह जेल भी जा चुका है. बीती रात उसे पुलिस ने उसे दो साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया है.