देवघर : आयकर विभाग ने देवघर में बड़े पैमाने पर नन-सेलेबुल जमीन की खरीद-बिक्री करने वालों की संपत्ति जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी है. देवघर में कोर्ट नोटरी के दान-पत्र के जरिये नन-सेलेबुल जमीन की अवैध खरीद-बिक्री के मामले में प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त केसी गुम्हारिया ने आयकर अधिकारियों को जांच का निर्देश दिया था. धनबाद के आयकर अधिकारी मानस मंडल के निर्देशानुसार बुधवार को देवघर बार एसोसिएशन से नोटरी के नामों की सूची मांगी थी.
शुक्रवार को बार एसोसिएशन द्वारा रजिस्टर्ड 15 नोटरी के नामों की सूची आयकर अधिकारी को सौंप दी. अब आयकर विभाग नोटरी द्वारा प्रमाणित किये गये दान-पत्रों का ब्योरा मांगेगा. ब्योरा में किस तिथि को किस व्यक्ति ने स्टांप पेपर शपथ पत्र के साथ नोटरी से प्रमाणित कराया है, उनका नाम व पता समेत कितनी संख्या में लोगों ने दान-पत्र के जरिये जमीन ली है, इसकी पूरी जानकारी मांगी जायेगी. आयकर विभाग के अनुसार देवघर में दान पत्र के जरिये अवैध तरीके से नन-सेलेबुल जमीन खरीदने वाले व बेचने वाले आयकर के जांच के दायरे में आयेंगे. दान पत्र के जरिये बड़े पैमाने पर कैश लेन-देन हुआ है. इसमें पैसा कमाने वालों ने टैक्स नहीं दिया है. इससे आयकर विभाग को नुकसान हो रहा है. विभाग इस अवैध धंधे से पैसे कमाने वालों की संपत्तियों की जांच करेगा.