कई गार्जियन का कहना है कि ठंड के मौसम में भी बच्चों को एक घंटे तक शहर के विभिन्न हिस्सों में घूमाते रहना उचित नहीं है. बच्चों के भीड़ के अनुसार स्कूल प्रबंधन बसों की संख्या में इजाफा करें. क्योंकि स्कूल प्रबंधन बस सेवा के नाम पर हर माह फीस वसूल करता है. लेकिन, बस सेवा देने के नाम पर समुचित उपाय नहीं किया जाता है.
कड़ाके की ठंड में भी बच्चों को नहीं है कोई राहत, दो से तीन किमी दूरी तय करने में लगता है एक घंटे
देवघर : कड़ाके की ठंड से हर कोई परेशान हैं. ठंड के बाद भी सुबह-सुबह अभिभावक अपने-अपने बच्चों को संत फ्रांसिस स्कूल देवघर भेज रहे हैं. लेकिन, भगवान टॉकिज, एलजी शो रूम, वीआइपी चौक, बरमसिया आदि स्टॉप पर बच्चों को बसों में उठाने के बाद एक घंटे के बाद स्कूल पहुंचाया जाता है. यह स्थिति […]
देवघर : कड़ाके की ठंड से हर कोई परेशान हैं. ठंड के बाद भी सुबह-सुबह अभिभावक अपने-अपने बच्चों को संत फ्रांसिस स्कूल देवघर भेज रहे हैं. लेकिन, भगवान टॉकिज, एलजी शो रूम, वीआइपी चौक, बरमसिया आदि स्टॉप पर बच्चों को बसों में उठाने के बाद एक घंटे के बाद स्कूल पहुंचाया जाता है. यह स्थिति हर दिन की है.
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