जैंतगढ़.
ओडिशा- झारखंड सीमावर्ती क्षेत्र में देसी शराब का अवैध धंधा कुटीर उद्योग का रूप धारण कर चुका है. दर्जनों गांव चपेट में हैं. इसके विरुद्ध लोग मुखर हो रहे हैं. खास कर महिला वर्ग में खासी नाराजगी है. जैंतगढ़ व आसपास की महिलाएं एक बार फिर प्रमिला पात्रो के नेतृत्व में अवैध शराब के धंधे के खिलाफ एकजुट हो रही हैं. सीमावर्ती ओडिशा की करंजिया पंचायत में महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा है. विभिन्न महिला समितियां करंजिया पंचायत की सरपंच सुप्रिया मुंडा के नेतृत्व में गोलबंद होकर आंदोलन चला रही हैं. बुधवार को दर्जनों महिला- पुरुषों ने चंपुआ सब कलेक्टर कार्यालय पर एक दिवसीय धरना दिया. इस दौरान सरपंच सुप्रिया मुंडा ने कहा कि क्षेत्र में देसी शराब का अवैध कारोबार कुटीर उद्योग का रूप धारण कर चुका है. इसके कारण अकाल मृत्यु बढ़ गयी है. लोग दिन भर की गाढ़ी कमाई शराब भट्ठियों में झोंक रहे हैं. घरों में कलह बढ़ रहा है. महिलाएं जवानी में विधवा हो रही हैं. धरना के बाद एक प्रतिनिधिमंडल ने चंपुआ सब कलेक्टर से मिलकर एक मांगपत्र सौंपा, क्षेत्र में अवैध शराब के अड्डों को बंद करने और देसी शराब के अवैध धंधे को समूल नाश करने की मांग की गयी है.
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