मनोहरपुर.
सारंडा के चुरगी गांव में दो महिलाओं की मौत एवं एक साथ 30 मलेरिया पीड़ित मरीज मिलने के बाद बुधवार को सरकार के निर्देश पर तीन सदस्यीय राज्य की टीम गांव पहुंची. टीम के अधिकारियों ने मृतका जाबनी लागुरी और तुरी चांपिया के परिजनों से मुलाकात की. मामले की जानकारी ली. परिजनों ने बताया कि दोनों 5-6 माह से बीमार थी. इसमें से एक महिला जामकुंडिया और छोटानागरा में ग्रामीण चिकित्सक से इलाज करा रही थी. दोनों के परिजन झाड़-फूंक भी करा रहे थे. टीम ने दोनों के घरों के अंदर जाकर हाल देखा.ग्रामीण चिकित्सक से इलाज करा रहीं थी दोनों महिलाएं
टीम के अधिकारी मलेरिया निरीक्षक डॉ अनिल प्रसाद ने पत्रकारों को बताया कि दोनों महिलाओं की मौत मलेरिया से नहीं हुई है. दोनों महिलाएं 5- 6 माह से बीमार थीं. परिजन ग्रामीण चिकित्सक और झाड़-फूंक से इलाज करा रहे थे. जब स्थिति बिगड़ी तो अस्पताल ले जाने से पहले दोनों ने दम तोड़ दिया. लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता की कमी है. टीम में जयंतदेव सिंह, नीलम कुमार व शशिभूषण महतो भी शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

