फुसरो. सीसीएल बीएंडके एरिया के क्षेत्रीय अस्पताल करगली की इमरजेंसी सेवा केंद्रीय अस्पताल ढोरी में शिफ्ट किये जाने का मामला गरमा गया है. इसके विरोध में मंगलवार को राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन (इंटक) ने सीसीएल प्रबंधन के विरोध में प्रदर्शन किया. प्रबंधन को ज्ञापन सौंपा और 15 दिनों के अंदर आदेश वापस लेने की मांग करते हुए एरिया का चक्का जाम करने की चेतावनी दी. करगली गेट स्थित गांधी चौक में क्षेत्रीय अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में सभा हुई.
प्रबंधन के खिलाफ रोष
रीजनल अध्यक्ष श्यामल सरकार ने कहा कि सीसीएल प्रबंधन मनमानी कर रहा है. केंद्रीय अस्पताल ढोरी में भी संसाधन का अभाव है और इसके कारण अधिकतर मरीजों काे प्राथमिक उपचार के बाद रेफर कर दिया जाता है. क्षेत्रीय अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह ने कहा कि सीसीएल प्रबंधन ने मजदूर संगठनों व वर्करों से सहमति लिये बिना अस्पताल में इमरजेंसी सेवा को बंद कर इसे ओपीडी में तब्दील करने का फैसला लिया है. प्रबंधन अपने आदेश को वापस ले. अन्य वक्ताओं ने कहा कि करगली रीजनल अस्पताल में इमरजेंसी सेवा बंद हो जाने से दुर्घटना, सर्जरी, मेडिसिन सहित कई तरह की इमरजेंसी सेवा का लाभ बीएंडके एरिया के कोल कर्मियों तथा गैर कोल कर्मियों को नहीं मिल सकेगा. धन्यवाद ज्ञापन कांग्रेस नेत्री पम्मी सिंह ने किया. मौके पर प्रखंड अध्यक्ष छेदी नोनिया, शरण सिंह राणा. रामेश्वर मंडल, अरुण कुमार, शिवनारायण गोप, रामजन्म यादव, अशोक अग्रवाल, मोगन राव, लालचंद महतो, प्रताप सिंह, सुनील शर्मा पुनीत महतो, संजय भोगता, रूपेश करमाली, मृत्युंजय कुमार, नन्हे मलिक, जयनाथ तांती, उज्जवल चक्रवर्ती, रेहाना राज, सुनीता देवी, भारती देवी उर्मिला देवी, हरिमोहन गोप, भास्कर मंडल, रोशन सिंह, निरंजन सिंह, डोमन पासवान, जमील अंसारी, सुरेंद्र विश्वकर्मा, अजीत सिंह, मनोज मंडल, शरण सिंह राणा, कामेश्वर वर्मा, लालचंद महतो, मुकेश हरि, बैजनाथ महतो, ललन मिश्रा, दिलीप शर्मा, आनंद घांसी आदि मौजूद थे.
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