राकेश वर्मा, बेरमो : बेरमो कोयलांचल के भूगर्भ में अभी भी कोयला का पर्याप्त भंडार है. यहां सीसीएल के बीएंडके, ढोरी व कथारा एरिया में पांच-छह दशक से कोयला खनन हो रहा है. आने वाले समय में तीनों एरिया में कई नयी खदानें खुलने की संभावना है. कई पुरानी खदानों का विस्तारीकरण भी होना है. लेकिन, नयी खदान खोलने और पुरानी खदानों का विस्तार करना प्रबंधन के लिए वर्षों से चुनौती बना हुआ है. शिफ्टिंग व विस्थापन समस्या के साथ इसी व एफसी क्लीयरेंस के कारण कई खदानों का विस्तारीकरण बाधित है. सीसीएल ढोरी एरिया में कभी सालाना 10 मिलियन टन तक कोयला उत्पादन किया गया, लेकिन अब उत्पादन घट कर सालाना चार-पांच मिलियन टन हो गया है. बीएंडके एरिया सालाना 10 मिलियन टन उत्पादन की ओर तेज गति से अग्रसर हो रहा था, लेकिन शिफ्टिंग व विस्थापन की समस्या ने इस पर ब्रेक लगा दिया है. चालू वित्तीय वर्ष में इस एरिया का उत्पादन लक्ष्य 90 लाख टन है. कथारा एरिया ने गत वित्तीय वर्ष में 28 लाख टन कोयला उत्पादन किया था, जबकि चालू वित्तीय वर्ष में उत्पादन लक्ष्य 44 लाख टन है. यहां भी कई माइंसों का विस्तारीकरण होना है. बीएंडके व ढोरी एरिया में एक-एक सीएचपी बनना है, जिसके बाद यहां के रेलवे साइडिंग से कोल डिस्पैच काफी बढ़ेगा. जब नयी खदानें खुलेंगी तथा माइंसों का विस्तार होगा तो क्षेत्र के लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर भी मिलेंगे.
इन खदानों का होना है विस्तार
बीएंडके एरिया : एकेके, कारो परियोजना व बोकारो कोलियरी
ढोरी एरिया : एसडीओसीएम व एएडीओसीएम परियोजनाकथारा एरिया : स्वांग गोविंदपुर परियोजना, कथारा कोलियरी व जारंगडीह कोलियरी
यहां खुलने वाली हैं नयी खदानें
बीएंडके एरिया : डीवीसी की बेरमो माइंसढोरी एरिया : बंद पिछरी व अंगवाली माइंस के अलावा अंबाकोचा माइंस
ढोरी एरिया : अमलो परियोजना में हाइवाल माइनिंगकथारा एरिया : पिपराडीह माइंस
यहां बनेगी नयी वाशरी
कथारा में सालाना तीन मिलियन टन क्षमता कीस्वांग में सालाना 1.5 मिलियन टन क्षमता की
ढोरी में सालाना 3 मिलियन टन क्षमता कीबीएंडके एरिया में करगली वाशरी के स्थान पर भी आ सकती है नयी वाशरी
किस एरिया में कितना है कोल रिजर्व
बीएंडके एरिया
डीआरएंडआरडी : 1400 मिलियन टन प्राइम कोकिंग कोलएकेके परियोजना : 80 मिलियन टन कारो परियोजना : 80 मिलियन टन
बोकारो कोलियरी : 20 लाख टन (नयी प्रोजेक्ट रिपोर्ट में 230 हेक्टेयर में 75 मिलियन टन कोयला मिलने की उम्मीद)डीवीसी बेरमो माइंस : 120 मिलियन टन
ढोरी एरियाकल्याणी परियोजना (विस्तारीकरण के बाद) : 35 मिलियन टन अंबाकोचा माइंस : 35 लाख टन
एसडीओसीएम का सीम सिक्स : 33 लाख टन एएडीओसीएम : 23 मिलियन टनपिछरी माइंस : 19 मिलियन टन
अंगवाली माइंस : 1.8 मिलियन टनकथारा एरिया
स्वांग-गोविंदपुर परियोजना : 22 मिलियन टनजारंगडीह परियोजना : 14 मिलियन टन
कथारा कोलियरी : 12 मिलियन टनगोविंदपुर यूजी माइंस : 4.30 मिलियन टन
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