Parenting Tips: छोटे बच्चों के साथ पालन-पोषण (Parenting) एक बहुत कठिन काम है. क्योंकि जरा सी गलती बच्चे के मानसिक स्थिति पर गहरा प्रभाव डालती है. और आजकल की व्यस्त जीवनशैली और डिजिटल दुनिया के बढ़ते प्रभाव के चलते माता-पिता अक्सर अनजाने में बच्चे की मानसिक और भावनात्मक स्थिति को प्रभावित कर देते हैं. साइकोलोजिस्ट भी सही विकास और मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए पांच ऐसी आम गलतियों से लोगों को बचने की सलाह देते हैं.
भावनाओं को अनदेखा करना
कई माता-पिता को अक्सर देखते हैं कि वे बच्चों की छोटी-छोटी भावनाओं को अनदेखा कर देते हैं. चाहे वह गुस्सा हो, दुख हो या डर, बच्चों की भावनाओं को सुनना और समझना जरूरी है. इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ता है और मानसिक विकास सही होता है.
हर छोटी छोटी बात पर डांटना या चिल्लाना
शारीरिक या मानसिक रूप से डांटना बच्चों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है. कई माता पिता हर छोटी छोटी बात पर बच्चों को डांटते और चिल्लाते हैं. लेकिन ऐसा करने से बच्चे डर के साये में रहते हैं और अपनी भावनाओं को व्यक्त करने से डरते हैं.
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तकनीक का अत्याधिक उपयोग
मोबाइल, टीवी और टेबलेट का अनियंत्रित उपयोग बच्चों की पढ़ाई और सामाजिक कौशल पर असर डाल सकता है. साइकोलोजिस्ट के अनुसार बच्चों के साथ खेल, बातचीत और आउटडोर एक्टिविटी को प्राथमिकता देना अधिक फायदेमंद है.
तुलना करना
“तेरा भाई इतना अच्छा कर रहा है” जैसी तुलना बच्चों में कम आत्मविश्वास और नकारात्मक भावनाओं को जन्म देती है. हर बच्चा अलग होता है, और उसके विकास की गति भी अलग होती है.
सीमाओं का अभाव
बच्चों के लिए नियम और सीमाएं जरूरी हैं. नियम और सीमाएं उन्हें सही और गलत में फर्क करना सिखाती हैं. बिना दिशानिर्देश के बच्चे असुरक्षित महसूस कर सकते हैं और अनुशासन की कमी विकसित हो सकती है.

