Bokaro News : झारखंड एशिया के सबसे बड़े ऑटोमोबाइल निर्माण क्लस्टरों में से एक है. राज्य सरकार ने निवेश को आकर्षित करने के लिए कई प्रोत्साहन योजनाएं लागू की हैं. बड़ी औद्योगिक परियोजनाओं से लेकर एमएसएमइ इकाइयों तक के लिए विशेष रियायतें दी जा रही हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विदेश दौरे से झारखंड में बड़ा पूंजी निवेश होगा. यह बात झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने रविवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात के बाद प्रभात खबर से बातचीत के दौरान कही. कहा कि राज्य में विदेशी निवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री की अगुवाई में राज्य का प्रतिनिधिमंडल स्पेन और स्वीडन के दौरे पर गया था. दौरा माइनिंग, ग्रीन एनर्जी, इलेक्ट्रिकल व्हीकल, एग्रो प्रोसेसिंग और महिला एवं बाल विकास जैसे क्षेत्र में संभावित निवेश के लिहाज से अहम रहा. झारखंड भारत के उन गिने-चुने राज्यों में से है, जो प्राकृतिक खनिज संसाधनों से भरपूर हैं. देश के कुल खनिज संसाधनों का 40 प्रतिशत झारखंड में है. श्री ठाकुर ने कहा कि खनिज उत्पादन में झारखंड देश में पांचवें स्थान पर है और इसकी खनिज संपदा भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती देती है. झारखंड को कोकिंग कोल का एकमात्र उत्पादक होने का गौरव प्राप्त है. इसके अलावा झारखंड कोयला भंडार में दूसरा, लौह अयस्क में दूसरा, तांबा अयस्क में तीसरा और बॉक्साइट में सातवां स्थान रखता है.
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